Bilaspur News: मई महीने की चिलमिलाती गर्मी का असर बिलासपुर में भी देखने को मिल रहा है. एक ओर जहां बिलासपुर जिला में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है, तो वहीं फायर सीजन के चलते जंगलों में भी आग लगने के मामले सामने आ रहे हैं. 


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वहीं वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, बिलासपुर के जंगलों में आग लगने के अब तक 49 मामले सामने आए हैं, जिसके चलते 634 हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो गया है. वहीं आग की भेंट चढ़े 634 हेक्टेयर जंगल में से करीब 169 हेक्टेयर एरिया ऐसा है. जहां विभाग द्वारा किये गए प्लांटेशन को भी नुकसान पहुंचा है और कुल मिलाकर फायर सीजन के दौरान अब तक 35 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान वन विभाग की टीम द्वारा लगाया गया है. 


इस संबंध में जानकारी देते हुए वन मंडलाधिकारी बिलासपुर राजीव कुमार ने कहा कि बिलासपुर में इस बार गर्मी का सितम ज्यादा देखने को मिल रहा है, जिसके चलते जंगलों में आग लगने के 49 मामले अभी तक सामने आ चुके हैं. 


साथ ही उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला के सदर व झंडूता विधानसभा क्षेत्र में जंगलों में आग लगने के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं जबकि नैनादेवी क्षेत्र में सबसे कम मामले सामने आए हैं. उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला के सात रेंजेस में रेंज अफसर व नोडल अफसर सहित टीमें गठित की गई हैं, जो कि जंगलों में आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड व स्थानीय लोगों की मदद से मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा रहे हैं.


उन्होंने बिलासपुर जिला के स्थानीय लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति जानबूझ कर जंगलों में आग ना लगाए, साथ ही उनके आस पास कहीं भी आग लगने की घटना होती है, तो वह इसकी सूचना तुरंत वन विभाग के रेंज आफिस व फारेस्ट गार्ड को दें ताकि समय रहते आग पर काबू पाया जा सके और आगजनी के चलते होने वाले नुकसान को कम किया जा सके.


रिपोर्ट-विजय भारद्वाज, बिलासपुर