Nurpur News: कृषि व पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने कहा है कि बच्चों को गुणात्मक और संस्कारयुक्त शिक्षा उपलब्ध करवाना सबसे जरूरी है. ताकि हमारे बच्चे शिक्षित होने के साथ-साथ संस्कारवान भी बनें.  ये बात उन्होंने आज ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल सिद्धपुरघाड़ के वार्षिक समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए व्यक्त किए. 


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कृषि मंत्री ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी काफी शिक्षित है, लेकिन विरासत में मिली सभ्यता और समृद्ध संस्कृति से विमुख हो रही है. प्रदेश सरकार इस दिशा में कार्य करते हुए बच्चों को गुणवत्तापूर्ण व संस्कारयुक्त शिक्षा प्रदान करने सहित शिक्षा के आधारभूत ढांचे की मजबूती पर विशेष बल दे रही है. 


उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा और परिश्रम जीवन का सबसे बड़ा आधार है. बच्चों को परिश्रम और अनुशासन को अपनी दिनचर्या का साथी बनाना चाहिए. कृषि मंत्री ने सरकारी स्कूलों से बच्चों के पलायन पर चिंता व्यक्त करते हुए शिक्षकों से बच्चों तथा अभिभावकों में विश्वास की भावना पैदा करने का आह्वान किया.  उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने का भी आग्रह किया. 


उन्होंने सिद्धपुरघाड़ में चल रहे विकास कार्यों पर बोलते हुए बताया कि 6 करोड़ 50 लाख रुपए की राशि से 7 किलोमीटर लंबे सिद्धपुरघाड़-भलाड़ सड़क की नाड खड्ड पर पुल का निर्माण किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त न्याल-जलूं सड़क की बुहल खड्ड पर 4 करोड़ रुपए की लागत के 122 मीटर लंबे स्पेन पुल का निर्माण कार्य प्रगति पर है. 


उन्होंने बताया कि कोहनाल-भाटी सड़क को पक्का करने एवम् सुधारीकरण कार्य पर 10 लाख रुपए व्यय किए जाएंगे.
सिद्धपुरघाड़ तथा साथ लगते क्षेत्रों में पेयजल की समुचित आपूर्ति के लिए जल जीवन मिशन के तहत 5 करोड़ 72 लाख रुपए की लागत से एक ट्यूबवेल लगाने के साथ 6 लाख 20 हजार क्षमता के 4 ओवरहेड टैंक बनाए जा रहे हैं.  उन्होंने बताया कि हर खेत तक पानी पहुंचाने के लिए उठाऊ सिंचाई परियोजना पर 5 करोड़ 50 लाख रुपए व्यय किए जा रहे हैं, जिसके तहत 9 ट्यूबवेल लगाए जा रहे हैं. 


उन्होंने बताया कि ज्वाली नगर में मल निकासी परियोजना पर लगभग 20 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी. भरमाड़, मैरा तथा साथ लगते क्षेत्रों को भी मल निकासी की सुविधा से जोड़ने के लिए डीपीआर तैयार की जाएगी. सिद्धपुरघाड़ स्कूल में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत 37 लाख रुपए की राशि व्यय की जा चुकी है. वहीं,  स्कूल में साइंस की कक्षाएं प्राथमिकता पर शुरू करवाने का आश्वान दिया.  उन्होंने स्कूल के पुराने कमरों की मरम्मत तथा अतिरिक्त कमरों के निर्माण के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाने का भरोसा दिया. 


कृषि मंत्री ने सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु स्कूल प्रबंधन को अपनी ऐच्छिक निधि से 21 हजार रुपये देने की घोषणा की. इसके उपरांत उन्होंने विभिन्न गतिविधियों में अव्वल रहे छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया. वहीं, कृषि मंत्री ने लोगों की समस्याओं को सुना व अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया.  शेष समस्याओं के शीघ्र हल करने के अधिकारिओं को निर्देश दिए. 


रिपोर्ट- भूषण शर्मा, नूरपुर