Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसी के मध्य नजर बिलासपुर जिला में भाजपा संगठनात्मक चुनाव को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया. वहीं इस कार्यशाला में बिलासपुर जिला के नैनादेवी से विधायक रणधीर शर्मा, झंडूता विधायक जीतराम कटवाल, बिलासपुर सदर विधायक त्रिलोक जम्वाल, भाजपा जिला अध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान सहित पार्टी पदाधिकारी, विभिन्न मोर्चों के पदाधिकारी, पंचायत कार्य समिति सदस्य, जिला परिषद एवं नगर परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष सहित सभी मंडलों के अध्यक्ष व महामंत्रियों व सक्रिय सदस्यों ने कार्यशाला में भाग लिया. 


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वहीं, कार्यालय के संबंध में जानकारी देते हुए नैनादेवी विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि पार्टी संविधान के अनुसार, हर तीन साल में संगठन के चुनाव व हर छह साल में प्राथमिक सदस्य बनाये जाने की प्रक्रिया पूरी करती है, जिसके चलते बीते दो माह से प्राथमिक सदस्य बनाने का अभियान चलाया गया था जिसकी आज समीक्षा बैठक हुई है.


इसके बाद सक्रिय सदस्य बनाने का अभियान शुरू किया जाएगा. इसके बाद बूथ स्तर पर कमेटियों का गठन करने के बाद बूथ गठन की प्रक्रिया को जिसमें 1 बूथ अध्यक्ष व 11 सदस्य व पन्ना प्रमुखों का गठन 30 नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. 


रणधीर शर्मा ने कहा कि जिस तरह समय रहते प्राथमिक सदस्य बनाये जाने का अभियान पूरा किया गया है. उसी तरह सक्रिय सदस्य बनाये जाने के बाद बूथों का गठन कर मंडल स्तर पर चुनाव प्रक्रिया को भी समय पर पूरा कर लिया जाएगा. 


रणधीर शर्मा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल पर भी निशाना साधते हुए सरकार पर पहले सैकड़ों संस्थान बंद करने का आरोप लगाया तो साथ ही डीजल पर टैक्स पर टैक्स लगाने के बाद शराब व सीमेंट के दाम बढ़ाये, 125 यूनिट फ्री बिजली बंद कर दी, ग्रामीण इलाकों में पीने के पानी पर 100 रुपये बिल लगाना, टॉयलेट सीट पर 25 रुपये टैक्स लगाना और विरोध के बाद निर्णय को वापिस लेना साबित करता है कि प्रदेश सरकार जनता विरोधी निर्णय लेकर हास्य का पात्र बन रही है. 


वहीं रणधीर शर्मा ने कहा कि CID की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए फाइव स्टार होटल से समोसे व केक मंगवाए गए थे. लेकिन इसे स्टाफ ही खा गया. मुख्यमंत्री को नहीं मिले, जिसको लेकर सीआईडी के डीआईजी ने जांच बिठा दी, जिसकी रिपोर्ट में यह साफ हुआ कि सुरक्षा कर्मी ही समोसे व केक खा गए और इसे सरकार विरोधी कृत्य करार दिया गया है, जो कि हास्य स्पद है.


प्रदेश सरकार का CID विभाग मुख्यमंत्री को समोसा नहीं मिला इस बात की तो जांच कर रहा है, मगर मुख्यमंत्री कार्यालय पर जो भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं उसकी जांच नहीं कर पा रहा है. साथ ही प्रदेश में असामाजिक तत्व व आपराधिक तत्व जो गतिविधि कर रहे है, जिससे प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ रही है उसकी चिंता छोड़कर मुख्यमंत्री के समोसे की चिंता कर रहे हैं जो कि सरासर गलत है.


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर