घुमारवीं बस अड्डे में CCTV ना होने से स्थानीय दुकानदारों व लोगों को हो रही परेशानी, प्रशासन से की अपील
Bilaspur News: बिलासपुर के घुमारवीं बस अड्डे में सीसीटीवी कैमरा ना होने से स्थानीय दुकानदारों व लोगों को खासी परेशानी हो रही. बस अड्डा सहित आस-पास के इलाकों में चोरी की घटनाओं व झगड़े के मामलों की रोकथाम के लिए स्थानीय लोगों ने बस अड्डे में सीसीटीवी कैमरा लगाने की प्रशासन से अपील की.
Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश का केंद्र बिंदु कहे जाने वाले जिला बिलासपुर के घुमारवीं बस स्टैंड की सुरक्षा व्यवस्था काफी समय से राम भरोसे चल रही है. घुमारवीं बस स्टैंड को शुरू हुए 30 वर्षों से अधिक का समय हो गया है, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा आज तक बस स्टैंड में एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया है.
गौरतलब है कि इस बस स्टैंड पर अकसर चोरी, लूटपाट व झगड़े की घटनाएं सामने आती हैं. बावजूद इसके विभाग द्वारा आज तक यहां सीसीटीवी कैमरा लगाना उचित नहीं समझा गया है. वहीं घुमारवीं बस अड्डे पर हमीरपुर, कांगड़ा, शिमला व मंडी सहित कईं जिलों से सरकारी व प्राइवेट बसे इंटर डिस्ट्रिक्ट व इंटर स्टेट चलती हैं, जिसके चलते बस अड्डे पर यात्रियों की काफी आवाजाही देखने को मिलती है.
ऐसे में यात्रियों के समान की चोरी का डर भी बना रहता है. वहीं, दूसरी तरफ घुमारवीं बस अड्डा शाम होते ही नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है, जिसे देखते हुए बस अड्डे में सीसीटीवी कैमरों का होना और भी जरूरी बन जाता है. आपको बता दें कि इस बस अड्डे में रोजाना तकरीबन 300 से अधिक बसे आती जाती हैं और हजारों लोग रोजाना बस से सफर करते हैं.
ऐसे में बस अड्डे में आए दिन चोरी और झगड़ों के मामले सामने आने व कैमरे ना होने के कारण पुलिस प्रशासन को भी आरोपी को पकड़ने में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. वहीं स्थानीय लोगों व दुकानदारों ने प्रशासन से मांग की है कि यात्रियों व महिलाओं की सुरक्षा के साथ ही चोरी व नशे के मामलों पर रोक लगाने के लिये घुमारवीं बस अड्डे सहित आस पास के इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं.
साथ ही लोगों का कहना है कि घुमारवीं में पहले भी गहने चोरी, स्कूल व कॉलेज के छात्रों में आपसी लड़ाई झगड़ा व लड़कियों से छेड़छाड़ के कई मामले सामने आए हैं, जिसमें अधिकतर मामले पुलिस तक नहीं पहुंच पाते हैं और जो मामले पुलिस तक पहुंचते हैं वह भी आज तक नहीं सुलझ पाए हैं क्योंकि सीसीटीवी कैमरे न होने की वजह से पुलिस के हाथ खाली रह जाते हैं.
साथ ही लोगों का कहना है कि यदि बस स्टैंड के अंदर तीसरी आंख का पहरा लग जाए तो पुलिस को भी आरोपियों को पकड़ने में आसानी होगी. साथ ही यहां पर घूमने वाले असामाजिक तत्वों और नशेड़ियों की भी पहचान करना आसान होगा. वहीं, लोगों की सीसीटीवी कैमरे की डिमांड को लेकर हिमाचल पथ परिवहन निगम बिलासपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक विवेक लखनपाल ने कहा कि घुमारवीं बस स्टैंड में सीसीटीवी लगना बहुत जरूरी है और इसको लेकर उन्होंने उच्च अधिकारियों को भी अवगत करवाया है.
साथ ही उन्होंने कहा कि अभी तक एचआरटीसी द्वारा A और B श्रेणी के बस अड्डों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जा रहे हैं और जैसे ही C व D श्रेणी के बस अड्डों में सीसीटीवी कैमरे लगने के आदेश जारी होंगे तो उनमें भी कैमरे लगाए दिए जाएंगे. वहीं विवेक लखनपाल ने बताया कि घुमारवीं बस अड्डा C श्रेणी में आता है, जिसको लेकर प्रशासन से चर्चा भी हुई है और यहां पुलिस प्रशासन द्वारा सीसीटीवी कैमरे लगाना प्रस्तावित है जिसको लेकर एचआरटीसी विभाग की ओर से उन्हें एनओसी जारी कर दी गयी है और पुलिस प्रशासन जब चाहे यहां सीसीटीवी कैमरे लगवा सकता है, जिसमें विभाग को कोई भी आपत्ति नहीं होगी.
रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर