Bilaspur News: बिलासपुर के घुमारवीं शहर में सड़क के किनारे पानी की निकासी को बनाई गई नाली में से पीने के पानी की पाइप लाइन डालने तथा घुमारवीं-मोरसिंघी वाया दाडी दाबला सड़क के किनारों को उखाड़ने पर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जाहिर की है. 


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वहीं मामले की जानकारी मिलते ही प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री राजिंद्र गर्ग ने सड़क का निरीक्षण किया तथा लोगों की समस्याओं को भी सुना. गौरतलब है कि जल शक्ति विभाग द्वारा लोगों को पीने के पानी की सुविधा मुहैया करवाने के मकसद से पाइप लाइन बिछाई जा रही है, लेकिन यह पाइप लाइन गंदे पानी की नाली में ही डाली जा रही है, जिससे बारिश का सारा पानी सड़क पर बहकर लोगों के घरों में घुस रहा है और इस नाली से पीने के पानी की लाइन को किसी भी हाल में नहीं बिछाया जा सकता है. 


वहीं, इस लापरवाही को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजिंद्र गर्ग ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर एसडीएम घुमारवीं गौरव चौधरी को ज्ञापन सौंपा है और मामले का संज्ञान लेकर सड़क ही हालत दुरुस्त करने के साथ नाली से पीने के पानी की पाइप लाइन ना ले जाने की मांग की है. 


राजिंद्र गर्ग ने कहा कि सड़क के किनारे बनाई गई पानी की निकासी के लिए नाली में पीने के पानी की लाइन नहीं बिछनी चाहिए तथा इस कार्य के लिए जो सड़क उखाड़ी है. उसे तुरंत दुरूस्त किया जाना चाहिए।. साथ ही उन्होंने कहा कि इस काम को यदि जल्द नहीं रोका गया तो भाजपा जनता के हकों के लिए सड़कों पर उतरने से गुरेज नहीं करेगी और विभागों के कार्यालयों व अधिकारियों का घेराव किया जाएगा. 


वहीं राजिंद्र गर्ग ने प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी पर आरोप लगाया कि वह अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के मकसद से इस तरह कार्यों को अंजाम दिया जा रहा हैं, जिसमें लोगों के हितों का ध्यान ना रखते हुए नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. 


स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पाइप लाइन को सड़क के पानी की निकासी के लिए बनाई गई नाली में डाला गया है, जिसकी वजह से सड़क के पानी की निकासी बंद होकर पानी सड़क पर ही जमा हो रहा है, जिससे आम आदमी व वाहनों की आवाजाही की समस्या पैदा हो रही है.


साथ ही लोगों का कहना है कि सड़क के पानी की निकासी के लिए बनाई गई नाली में पाइप लाइन डालने से भविष्य में यदि पाइप लीक होती है तो उसमें नाली के गंदे पानी की सप्लाई घरों तक पहुंचने की संभावना पैदा हो जाएगी है,जिससे बीमारी फैलने का डर बना रहेगा. 


लोगों का कहना है कि अगले 15 दिनों के भीतर इस समस्या का समाधान नहीं होता तो आम जनता सड़कों पर उतरकर संबंधित विभागों के कार्यालयों व अधिकारियों का घेराव करेंगे जिसकी जिम्मेदारी रशासन की होगी.


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर