Una News: केंद्र सरकार द्वारा दवाइयों के निर्माण में प्रयोग होने वाले कच्चे माल की आपूर्ति के लिए विदेशों पर निर्भरता को समाप्त करने के लिए देशभर में तीन नए ड्रग पार्क का निर्माण किए जाने की घोषणा की गई है, जिसमें से एक गुजरात में, एक आंध्रा प्रदेश में और एक हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना की हरोली विधानसभा को स्वीकृत किया गया है. 


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इस तीसरे ड्रग पार्क के निर्माण के लिए हरोली में 1402 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है. इस बड़े प्रोजेक्ट के बाद, जहां दवा निर्माण में भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ेगा और विदेशी निर्भरता को लगभग कम कर देगा.


बता दें, हरोली के ड्रग पार्क के पूर्ण अस्तित्व में आने के बाद 50 हजार से अधिक लोगों को सीधे और परोक्ष रूप से काम मिलेगा, जबकि अपरोक्ष रूप से भी 20 हजार से अधिक लोगों को विभिन्न माध्यमों से रोजगार मिलेगा. बहरहाल इस प्रोजेक्ट के निर्माण के लिए केंद्र द्वारा 225 करोड़ की पहली किश्त भी जारी कर दी गई है. जिसके बाद उद्योग विभाग की निगरानी में सभी संबंधित विभाग इसमें सक्रिय हो गए हैं और निर्माण से संबंधित कार्य आरंभ कर दिए हैं. 


इसी कड़ी में आईपीएच विभाग द्वारा यहां लगभग 50 करोड़ के कार्य किए जाएंगे. विभाग यहां आरंभिक चरण में जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 50 लाख लीटर और 25 लाख लीटर क्षमता वाले दो पेयजल टैंक का निर्माण कर रहा है.  जल विभाग पूरे ड्रग पार्क में जल आपूर्ति के लिए पाइप लाइन का कार्य भी करेगा. आईपीएच विभाग के अधिकारी स्वयं समय-समय पर विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं. अधिकारियों के अनुसार, पेयजल टैंक के निर्माण के बाद शत प्रतिशत जल आपूर्ति के लिए अन्य कार्यों के लिए टेंडर कॉल किए जाएंगे. 


निश्चित रूप से इसमें कोई दो मत नहीं हो सकते कि ड्रग पार्क के रूप में हिमाचल प्रदेश को एक राष्ट्रीय स्तर का प्रोजेक्ट मिला है. जिसके कार्य करने के बाद प्रदेश के विकास को एक नया आयाम मिलेगा. 


रिपोर्ट- राकेश मालही, ऊना