Chandra Grahan Do and Don't: आश्विन पूर्णिमा 28 अक्टूबर मध्य रात्रि को संपूर्ण भारत में खंड ग्रास चंद्र ग्रहण दिखाई देगा. जिसके चलते मंदिरों के कपाट दोपहर 3 बजे बंद कर दिए गए हैं.  ऐसा इसलिए क्योंकि ग्रहण के 9 घंटे पहले सूतक आरंभ हो जाता है. 


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इसपर विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए श्री देवी तालाब मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित रवि शास्त्री ने बताया कि चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को मध्य रात्रि 11.05 पर प्रारंभ होगा व ग्रहण मध्य 1.44 बजे ग्रहण समाप्त होगा. जिसके चलते सूतक 28 अक्टूबर 2023 शाम 4.05 पर आरंभ हुआ. इसी के तहत मंदिर के कपाट दोपहर को बंद कर दिए गए हैं व कल प्रातः तड़के 4 बजे खोले जाएंगे. 


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बता दें, सूतक काल व ग्रहण के दौरान सिलाई, बुनाई का काम नहीं करना चाहिए. इस दौरान पूजा-पाठ की भी मनाही होती है. ग्रहण के दौरान कुछ भी खाना पीना नहीं चाहिए. लेकिन अगर बच्चे हैं या गर्भवती, बूढ़े हैं तो पानी में कुछ पत्तियां तुलसी के या कुशा डालकर कर खाना पीना चाहिए.


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चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने पेट पर गेरू लगाकर रखना चाहिए.इससे पेट में पल रहे शिशु पर ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है. साथ ही शिशु स्वस्थ रहता है. ग्रहण के दौरान जगत के पालनहार भगवान विष्णु या देवों के देव महादेव के निमित्त मंत्र जाप करें.