Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट पर आयोजित चुनाव में प्रदेश की कांग्रेस सरकार के पास बहुमत होने के बावजूद कांग्रेस के 6 विधायकों व 03 निर्दलीय विधायकों द्वारा भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में वोट करने के बाद जहां कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंधवी की हार हुई थी, तो वहीं क्रास वोटिंग के चलते विधानसभा अध्यक्ष द्वारा कांग्रेस के बागी विधायकों की हिमाचल प्रदेश विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई थी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं बागी विधायकों से नाराज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान उन्हें नाग व काली भेड़ें कहने और फिर सुबह का भूला शाम को आने पर उन्हें माफी मिलने के बयान पर अब लगातार सियासत गरमाने लगी है, जिसके चलते बिलासपुर बागी के नैनादेवी से भाजपा विधायक रणधीर शर्मा का कहना है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष अगर भाजपा के 15 विधायकों को सस्पेंड ना करते तो प्रदेश की कांग्रेस सरकार 28 फरवरी को ही गिर जाती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और अभी भी सरकार पर काले बादल मंडरा रहे हैं और कभी भी सरकार गिर सकती है जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह बौखलाहट में आकर कार्यक्रमों के दौरान इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. 


साथ ही रणधीर शर्मा का कहना है कि विधायक किसी भी राजनैतिक दल का हो या फिर निर्दलीय जनता द्वारा चुनकर आता है और उन्हें मुख्यमंत्री द्वारा नाग व काली भेड़ें कहना सरासर गलत है और यह विधायक के साथ-साथ उन्हें चुनने वाली जनता का भी अपमान है और इस तरह की बयानबाजी से मुख्यमंत्री पद की गरिमा को भी ठेस पहुंच रही है. 


साथ ही विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार कुछ दिनों की ही सरकार है और कभी भी गिर सकती है. इसे देखते हुए ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह आजकल परेशान है और मंच से केवल कांग्रेस पार्टी के बागी विधायकों को कोसने का काम कर रहे हैं.


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर