Bilaspur News: बिलासपुर-सोलन की सीमा पर स्थित त्रिवेणीघाट में अलीखड्ड से पानी उठाने पर विवाद लगातार गरमाता जा रहा है. जी हां, स्थानीय ग्रामीणों ने दोनों जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है.  वहीं अपनी मांग को पूरा करने के मकसद से स्थानीय लोगों ने एकजुट होकर अलीखड्ड संघर्ष समिति भी बनाई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं अलीखड्ड से पानी उठाने के ख़िलाफ ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन में नैनादेवी से भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने भी अपना समर्थन दिया है और धरना प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों की मांगों को जायज करार दिया है. अली खड्ड संघर्ष समिति के अध्यक्ष रजनीश शर्मा का कहना है कि त्रिवेणी घाट के पास अलीखड्ड में चल रहे पानी उठाने की योजना के कार्य को लोगों ने अपने हितों की रक्षा के लिए रुकवाया है, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते खड्ड के उस पार सोलन सीमा से निर्माण कार्य को शुरू कर दिया गया. जिसका ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है. 


वहीं, नैनादेवी से विधायक रणधीर शर्मा का कहना है कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार विपक्षी दल के विधायकों के क्षेत्र के साथ अनदेखी कर रहे हैं जिसका नतीजा है कि अली खड्ड से नैनादेवी अपर मंडल क्षेत्र की जनता को जलशक्ति विभाग से संबंधित 24 पीने के पानी की और 07 सिंचाई की स्कीमों का लाभ मिल रहा था, लेकिन अब सोलन के अर्की क्षेत्र की 07 पंचायतों सहित अंबुजा सीमेंट कंपनी के लिए पेयजल स्कीम के तहत पानी उठाये जाने पर काम हो रहा है, जिससे रोज़ाना 10 लाख लीटर पानी अलीखड्ड से उठाया जाएगा, जिससे आने वाले समय में अलीखड्ड का पानी सूख जाएगा और नैनादेवी क्षेत्र के पानी की स्कीमें प्रभावित होंगी और लोगों को पानी नहीं मिलेगा, जिससे नैनादेवी क्षेत्र की जनता को पानी की क़िल्लत का सामना करना पड़ सकता है.


साथ ही विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि संबंधित पेयजल योजना का निर्माण कार्य जल्द ही बंद नहीं किया गया तो वह स्थानीय लोगों व संघर्ष समिति के साथ मिलकर सड़कों पर सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे.


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज