Hamirpur News: हिमाचल की प्रदेश सरकार लोगों को घर द्वार पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है. वहीं हमीरपुर में ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के द्वारा खंड स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्य चिकित्सालय में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की मांग लगातार की जा रही थी. इसी को पूरा करते हुए हमीरपुर जिला के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में 16 विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनात किया गया है.


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विशेषज्ञ चिकित्सकों को कार्य संबंधित जानकारी के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभा में एक विशेष बैठक सीएमओ हमीरपुर डॉ आर के अग्निहोत्री की अध्यक्षता में की गई. इस बैठक में जिला के सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों और हाल ही में नियुक्त हुए विशेषज्ञ चिकित्सकों ने भाग लिया. 


डॉ आर के अग्निहोत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनात किया है ताकि लोगों को विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उनके घरों के नजदीक उपलब्ध हो और उन्हें वजह बड़े अस्पतालों में न जाना पड़े. साथ ही बड़े स्वास्थ्य संस्थानों से अनावश्यक रोगियों की भीड़ कम हो और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवता में सुधार हो सके. उन्होंने खंड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे इन विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाओं का भरपूर लाभ उठाने के लिए सभी अनावश्यक सामग्री व संसाधन उपलब्ध करवाए ताकि स्थानीय जनता को विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ शीघ्र मिलना शुरू हो सके. 


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आर.के. अग्निहोत्री ने बताया कि सरकार ने सिविल अस्पताल नादौन, टोणी देवी व भोरंज में गायनी, एनेस्थीसिया, चर्मरोग, मेडिसन, सर्जरी व एक्सरे विभागों में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं. जिन्हें बेहतर तालमेल के साथ और प्रभावशाली बनाना आवश्यकता है. 


उन्होंने स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टरों को सामान्य प्रसूति को अपने-2 संस्थानों में बढ़ाने पर ध्यान देने को कहा. डॉ. अग्निहोत्री ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा को बढ़ाने के उद्देशय से विशेषज्ञ चिकित्सकों को सप्ताह में एक बार साथ लगते अन्य खण्डों में भेजा जाएगा ताकि सभी अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड की सुविधा जरूरतमंद लोगों को मिल सके. 


उन्होंने खंड चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि वे अपनी मासिक समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विषयों के ऊपर विशेष चर्चा एवं संवाद करें. ताकि सभी कर्मचारियों के ज्ञान में अपेक्षित सुधार हो. उन्होंने यह भी कहा कि रोगी की पर्ची के ऊपर उस ओ. पी. डी. का नाम व कमरा नंबर लिखना शुरू करें.  जहां पर उसकी जांच होनी है.  इस प्रकार रोगियों की भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी.