Dharamshala News: भारी बरसात के चलते हिमाचल प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला में सन्नाटा पसर गया है. वर्किंग डेज़ में जहां इस वक्त कचहरी अड्डे समेत समूचे शहर में चहल-पहल बनी रहती थी.  वहीं आज मूसलाधार बारिश ने आवाजाही को भी पूरी तरह से बाधित कर दिया है.  


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Shimla Landslide: शिमला में लैंडस्लाइड से पति-पत्नी मौत, सड़कें तालाब में तब्दील


यहां तक कि आज धर्मशाला बस डिपो से भी चुनिंदा बसें ही अपने गंतव्यों की ओर निकल पाई हैं. निजी वाहन चालकों को भी वाहन चलाते वक्त आज बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.  पहाड़ों में हो रही बारिश के बाद निचले इलाकों के नदी-नालों में भी बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. जिला प्रशासन ने भी मौसम विज्ञान केंद्र की भविष्यवाणी को मद्देनजर रखते हुए तमाम शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का पहले ही ऐलान कर रखा है. जो लोग आज अपने जरूरी दैनिक कामकाज के लिए घर से बाहर निकले हुए हैं. उन्हें भी आज राहों में कई तरह की कठिनाइयों-मुश्किलातों का सामना करना पड़ा है. 


वहीं, जिला पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने बताया की कांगड़ा जिला के लिए मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है. जिसके चलते 24 अगस्त तक मौसम खराब रहने की संभावना है उन्होंने बताया कि भारी बरसात इन दिनों बताई गई है और इसके तहत जगह-जगह भूस्खलन बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं को लेकर जिला में अलर्ट किया गया है. 


उन्होंने बताया कि हमारे यहां ऐसी सड़के हैं. जहां पर कंस्ट्रक्शन का काम हो रहा है.  उनकी स्थिति भी ठीक नही है . शालिनी अग्निहोत्री ने बताया की पिछले शाम से लैंडस्लाइड रिपोर्ट हो रहे है. जिन्हें PWD की मशीनों के द्वारा क्लियर भी करवाया जा रहा है, लेकिन फिर भी कई जगह पर कुछ ऐसे पैचेज है वह अभी ठीक नहीं है. 


उन्होंने बताया की जो लोग अपनी यात्रा करने का सोच रहे हैं, वो ध्यान में रखकर राज्य में आने का प्लान करें. आज की बात की जाए तो भारी बरसात की वजह से ज्वालाजी नादौन NH 88 पर एक छोटा ब्रिज है. जो क्षतिग्रस्त हुआ है जिस कारण वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है. 


उसके साथ ही रानीताल के एरिया में भी भूस्खलन हुआ है. जिसको भी प्रशासन द्वारा क्लियर करवाया जा रहा है. शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि प्रशासन और पुलिस की टीमों के द्वारा अलग-अलग जगह में फंसे हुए.  लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा जा रहा है.  उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा के अलग-अलग हिस्सों में घर जमींदोज भी हो रहे हैं.  इसलिए जिला प्रशासन द्वारा जो भी गाइडलाइन दी जा रही है उसका पालन करें और सुरक्षित रहें.