विजय भारद्वाज/बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के चिकित्सा अधिकारी संघ के तत्वाधान में अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर बिलासपुर जिला के अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों ने काले रिबन बांधकर विरोध प्रदर्शन किया. चिकित्सकों का यह विरोध प्रदर्शन मांगे पूरी होने तक लगातार जारी रहेगी. चिकित्सक काले रिबन बांधकर ही अपनी सेवाएं देंगे. 


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प्रदर्शन में ये मांगे शामिल 
इस बात की जानकारी देते हुए हिमाचल चिकित्सा अधिकारी संघ के बिलासपुर अध्यक्ष डॉक्टर भूपेंद्र शर्मा ने कहा कि काफी समय से संघ द्वारा अपनी मांगे प्रदेश सरकार के समक्ष रखी गई थीं. इन मांगों में मुख्य रूप से अस्पतालों में नियुक्त नए चिकित्सकों को एनपीए का लाभ देना, एड्स कंट्रोल सोसायटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर का कार्यभार पहले की तरह स्वास्थ्य निदेशक को सौंपना, मेडिकल कॉलेज में प्रधानाचार्य और वरिष्ठ स्वास्थ्य अधीक्षक की शक्तियों को संशोधन कर लौटाना, डेढ़ वर्षों से खंड चिकित्सा अधिकारी, जिला चिकित्सा अधिकारी, डिप्टी डायरेक्टर के पदों में पदोन्नति नहीं हुई है इस संदर्भ में उन्हें केंद्र सरकार की तर्ज पर डायनेमिक करियर प्रोग्रेशन स्कीम के तहत लाभ प्रदान करना, दुर्गम क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे चिकित्सकों को केंद्र सरकार और बिहार जैसे अन्य राज्यों की तुलना में कम वेतन दिया जाने और उनका वेतन बढ़ाने जैसी मांगे शामिल हैं. 


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स्वास्थ्य मंत्री से चिकित्सकों की मांगों को जल्द पूरा करने की अपील
वहीं डॉक्टर भूपेंद्र शर्मा ने कहा कि हिमाचल चिकित्सा अधिकारी संघ के आह्वान पर आज से चिकित्सक काले रिबन लगाकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जब तक उनकी सभी मांगे पूरी नहीं हो जातीं उनका यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. आने वाले समय में अगर प्रदेश सरकार उनकी मांगों को नजर अंदाज करती है तो हिमाचल चिकित्सा अधिकारी संघ के प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार, काले रिबन के बाद चिकित्सक अपने विरोध प्रदर्शन को लेकर और भी कड़े कदम उठा सकते हैं, जिससे अस्पतालों में आने वाले मरीजों को परेशानी भी हो सकती है, इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और स्वास्थ्य मंत्री से चिकित्सकों की मांगों को जल्द पूरा करने की अपील की है.


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