Mandi Festival: जिला मंडी में सोमवार को खुशहाली का पर्व सायर हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया. इस अवसर पर लोगों द्वारा घरों में विभिन्न प्रकार के पारंपरिक व्यंजन बनाए गए. बच्चों और नौजवानों ने अखरोट के साथ खेल भी खेले. स्थानीय प्रसिद्ध पर्व को लेकर उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन द्वारा अवकाश भी प्रदान किया गया और बाजार में छुट्टी के दौरान भी काफी रौनक देखने को मिली.


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शहर में सायर को पूजने वाली वस्तुओं का अभाव रहता है, जिसके लिए ग्रामीण महिलाओं द्वारा शहर में बेचने के लिए वस्तुएं उपलब्ध करवाती है. इससे शहरी लोगों को भी सायर मनाने में किसी प्रकार की समस्या पेश नहीं आती है. इस दौरान शहर में सायर की पूजन के लिए वस्तुएं लेकर कमांद गांव से आई चिंता देवी ने बताया कि पूजन की वस्तुओं में धान, मक्की, फल, फूल, पेठा और जंगली फल फूल आदि होते हैं. 


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क्यों मनाया जाता है ये त्योहार ?
पहाड़ों में भू स्खलन और नालों आदि का जलस्तर बढ़ जाता है, जिससे कई लोगों को जान भी गंवानी पड़ती है. उन्होंने बताया कि भादो का काला महीना खत्म होने के बाद आपदा से बचाव की खुशी में इस त्योहार को मनाया जाता है और सायर को पूजने वाले भाग्यशाली माने जाते है.


वहीं ग्रामीण महिला, बेगी देवी ने बताया कि घर गांव से एकत्रित कर यह सामग्री शहर में बेची जाती है जिससे शहरी लोगों को भी सुविधा होती है और चार पैसे भी बन जाते है. उन्होंने बताया कि इस त्योहार में पतरोड़े, भल्ले, पुरियां भी बनाई जाती है और इस दौरान बेटियां अपने मायके भी आती है. 


रिपोर्ट- नितेश सैनी, मंडी