बिलासपुर के गोविंद सागर झील में क्रूज उतारने को लेकर लेन देन मामले में नहीं थम रहा विवाद, पढ़ें
Bilaspur Govind Sagar Lake: बिलासपुर के गोविंद सागर झील में क्रूज उतारने को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र गर्ग ने प्रेसवार्ता कर मामले में एक मंत्री की संलिप्तता की सीबीआई जांच की उठाई थी मांग, लेकिन खबर छपने के बाद मंत्री राजेश धर्मानी द्वारा पत्रकारों को नोटिस भेजने की राजेंद्र गर्ग ने कड़ी निंदा की.
Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के गोविंद सागर झील में क्रूज उतारने को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं सत्ता पक्ष व विपक्ष की ओर से चल रहे आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला लगातार जारी है. इस मामले को लेकर भाजपा नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र गर्ग ने घुमारवीं में एक बार फिर प्रेसवार्ता कर इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है.
गौरतलब है कि बिलासपुर में क्रूज उतारने को लेकर पैसे के लेनदेन पर गौरव गर्ग द्वारा शिमला में प्रेसवार्ता कर बिलासपुर जिला के एक अधिकारी व एक मंत्री पर गंभीर आरोप लगाये गए थे, जिसके बाद पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग ने घुमारवीं में प्रेसवार्ता कर मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी.
वहीं, इन आरोपों को निराधार बताते हुए प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने भाजपा विधायक दल की कमेटी गठित कर मामले की जांच करवाए जाने व जांच में पूर्ण सहयोग देने की बात भी कही थी. पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग द्वारा क्रूज विवाद मामले को लेकर उठाये सवालों व अखबारों, न्यूज़ चैनल व डिजिटल चैनल द्वारा खबर दिखाए जाने पर कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी द्वारा उनकी छवि खराब करने के संदर्भ में पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग सहित पत्रकारों को लीगल नोटिस भेजा, जिसके विरोध में पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग ने एक बार फिर प्रेसवार्ता कर पत्रकारों को लीगल नोटिस भेजने की कड़ी निंदा की है.
राजेंद्र गर्ग ने कहा कि यह मामला बिलासपुर जिला से सम्बंधित होने के नाते इस बात को उठाना उनका दायित्व है. साथ ही राजेंद्र गर्ग ने कहा कि बिलासपुर जिला के एक अधिकारी व मंत्री पर लगे आरोपों के बाद इस मामले की सीबीआई जांच की मांग उन्होंने सरकार से की थी, लेकिन प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच तो नहीं करवाई बल्कि मंत्री द्वारा बिलासपुर जिला से सम्बंधित पत्रकारों को नोटिस भेजना शुरू कर दिया है, जो कि लोकतंत्र का गला घोंटने से कम नहीं है.
साथ ही राजेंद्र गर्ग ने कहा कि भ्रटाचार के खिलाफ आवाज उठाना और पत्रकारों द्वारा लिखना अगर गलत है, तो आमजन समझ सकता है कि कांग्रेस सरकार की करनी और कथनी में कितना अंतर है. साथ ही उन्होंने कहा कि क्रूज मामले को लेकर जो आरोप गौरव गर्ग ने शिमला प्रेसवार्ता के दौरान लगाए थे, उन आरोपों की जांच मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर करवानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि एक मंत्री पत्रकारों को नोटिस भेजकर मामले की जांच से दूर भागते नजर आ रहे हैं और आने वाले समय में प्रदेश सरकार का यही रवैया रहा और मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करवाई गई व पत्रकारों को भेजे गए नोटिस वापिस नहीं लिए गए तो भारतीय जनता पार्टी सड़कों पर उतरकर जमकर विरोध प्रदर्शन करेगी.
रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर