Himachal Latest Update: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में इस साल मानसून की भारी बारिश ने प्रदेश में एक बार नहीं बल्कि कईं बार आपदा के हालात पैदा कर दिए हैं. एक ओर जहां बरसात के चलते शिमला से लेकर कुल्लू, मनाली व बिलासपुर से लेकर धर्मशाला तक हर जगह भुस्खलन के मामले सामने आए हैं. तो साथ ही पहाड़ों पर रहने वाले कईं लोगों के घर भी मलबे की चपेट में आकर धराशाही हो गए हैं.  या फिर गिरने की कगार पर हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं, बात करें बिलासपुर जिला की तो प्राकृतिक आपदा के चलते सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग की सड़कों को पहुंचा है.  यह नुकसान जुलाई माह में आई पहली आपदा के दौरान 38 करोड़ आंका गया था. जो कि बीते कुछ दिनों पहले हुई भारी बारिश के चलते हुए भुस्खलन से हुए नुकसान के बाद बढ़कर अब 74 करोड़ जा पहुंचा है. 


वहीं इस बार आई भारी आपदा का असर बिलासपुर जिला के चारों उपमंडलों में ज्यादा देखने को मिला. एक ओर जहां भुस्खलन के चलते भाखड़ा व कैंचीमोड से नैनादेवी आने वाले सभी मुख्य मार्ग बंद हो गए थे. तो साथ ही शिमला-धर्मशाला राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित नमहोल के समीप दकसेच में भी भारी भुस्खलन से यह राजमार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया था. 


इसके साथ ही घुमारवीं से सरकाघाट मार्ग पर शिव मंदिर पन्याला के समीप भी भारी भुस्खलन के बाद से यह मार्ग वाहनों की आवाजाही सहित पैदल मार्ग के लिए बिल्कुल बंद हो गया था. जिसके बाद से स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर सड़क पर गिरे मलबे के ऊपर से होकर ही एक छोर से दूसरे छोर जाने को मजबूर थे. 


गौरतलब है की लैंडस्लाइड के चलते बिलासपुर जिला की कुल 563 सड़कों में से 277 सड़कें प्रभावित हुई थी. जिसमें से 50 ऐसे सड़कें हैं जिन्हें ज्यादा नुकसान पहुंचा था. मगर लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रभावित सड़कों पर 45 जेसीबी. जिनमें 9 विभाग व 36 प्राइवेट जेसीबी हायर कर दिन रात सड़कों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है. 


इस बात की जानकारी देते हुए लोक निर्माण विभाग बिलासपुर के अधीक्षण अभियंता जीत सिंह ठाकुर ने कहा कि इस बार हुई भारी बारिश के चलते हुए भुस्खलन से लोक निर्माण विभाग को 74 करोड़ का नुकसान हुआ है. साथ ही उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला के नैनादेवी व झंडूता उपमंडल के अंतर्गत भुस्खलन से प्रभावित सभी सड़कों को खोल दिया गया.


जबकि घुमारवीं व सदर उपमंडल के अंतर्गत करीब 20 सड़कें भुस्खलन के चलते अभी भी बंद पड़ी है उन्हें भी जल्द ही खोलने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने स्थानीय लोगों से मलबा उठाने में विभाग की टीम का सहयोग करने की अपील भी की है. 


आपको बता दें कि नैनादेवी क्षेत्र को जोड़ने वाले भाखड़ा नंगल व कैंचीमोड बिलासपुर मुख्यमार्ग जहां वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है. तो साथ ही चार से पांच दिनों तक लगातार जेसीबी द्वारा मलबा हटाने के बाद अब शिमला-बिलासपुर-धर्मशाला राष्ट्रीय राजमार्ग व घुमारवीं से सरकाघाट मार्ग भी छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है.