Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर 10 जुलाई को मतदान होने हैं, जिनकी मतगणना 13 जुलाई को होगी. इससे पूर्व 01 जून को लोकसभा चुनाव के साथ ही प्रदेश की छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव आयोजित हुए थे, जिसमें चार सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत हुई थी. वहीं, केवल दो ही सीटों पर भाजपा उम्मीदवार जीत पाये थे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ऐसे में अब हमीरपुर, देहरा व नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र से जीते निर्दलीय विधायकों द्वारा अपने पदों से इस्तीफा दिये जाने के बाद 10 जुलाई को इन सीटों पर उपचुनाव होने हैं. जिसको लेकर भाजपा व कांग्रेस पार्टी नेता लगातार जनसभाओं व नुक्कड़ सभाओं के जरिए अपने-अपने उम्मीदवारों की जीत लिये जनता से वोट की अपील कर रहे हैं. 


इसी के चलते हमीरपुर दौरे से पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू घुमारवीं पहुंचे. जहां उन्होंने गार्ड ऑफ़ ओनर लिया और एक बार फिर तीनों निर्दलीय विधायकों द्वारा दिये गये इस्तीफे की लेकर जमकर निशाना साधा है. सीएम सुक्खू ने कहा कि राजनीतिक इतिहास में ऐसा पहली मर्तबा हुआ है कि तीन निर्दलीय विधायक अपने पदों से इस्तीफ़े की मांग को लेकर पहले धरने पर बैठे और फिर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जबकि वह चाहते तो कांग्रेस सरकार से नाराजगी के चलते भाजपा का दामन थाम सकते थे, जिससे आज उपचुनाव की स्थिति नहीं बनती. 



लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और भाजपा के दबाव में आकर अपने पदों से इस्तीफ़ा दे डाला. साथ ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि आज तीन विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव पर अतिरिक्त खर्च के ज़िम्मेवार भी यही तीनों निर्दलीय विधायक हैं. जिन्होंने अपने पदों से इस्तीफा दिया था और एक निर्दलीय विधायक द्वारा अपने पद से इस्तीफा देने के पीछे कई कारण होते हैं, जिसका सवाल केवल मीडिया ही जान सकती है कि बूझो और जानों कि आखिर तीनों निर्दलीय विधायकों ने अपने पद से इस्तीफ़ा दिया तो क्यों दिया..?


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर