Bilaspur News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस शासित राज्य सरकारों पर टिप्पणी करने के बाद हिमाचल प्रदेश में सियासत गरमा गई है. जी हां, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोशल मीडिया के जरिये कांग्रेस शासित राज्यों पर निशाना साधते हुए कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने विकास करने के बजाय लूटा है और सरकारी योजनाओं को बंद कर दिया है. 


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इसी तरह हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार समय पर सरकारी कर्मचारियों को सैलरी ना दे पाने और तेलंगाना में किसान लोन माफी वादे के पूरा होने का इंतजार करने की बात कही थी. इसके बाद हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस नेताओं द्वारा पीएम मोदी के बयान को लेकर लगातार अपनी प्रतिक्रिया दी जा रही है. 


वहीं हिमाचल प्रदेश के टीसीपी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने पीएम मोदी के बयान को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री लगातार चुनावी मोड़ पर रहते हैं और चुनावों के दौरान उनका प्रयास रहता है कि जनता के सामने ऐसी बातें परोसी जाएं जिसका चुनावी लाभ मिल सके. राजेश धर्मानी ने कहा कि प्रदेश की पूर्व भाजपा सरकार ने विधानसभा चुनावों से ठीक पहले बिना पद भरे सैंकड़ों सरकारी संस्थान खोल दिए, सरकारी अस्पतालों में रोगियों पर खर्च होने वाले रोगी कल्याण समिति के चार्जेस को फ्री करना और 125 यूनिट बिजली फ्री करने से प्रदेश के हालात खराब हो गए थे. 


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश की समस्त जनता के समक्ष हिमाचल प्रदेश की छवि खराब करने का काम कर रहे है जबकि हिमाचल प्रदेश में काफी संख्या में प्रवासी मजदूर बिहार, उत्तर प्रदेश व राजस्थान से आते हैं जहां भाजपा व उनके सहयोगी दल की सरकारें हैं और यह आकर प्रवासी मजदूर अच्छी मजदूरी कमाते हैं और अपनी आजीविका चलाते हैं, जिसका जिक्र भी प्रधानमंत्री को अपने भाषणों में करना चाहिए. 


गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश सरकार के टीसीपी व तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने बिलासपुर जिला के घुमारवीं में DIET द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कला एवं रंगोत्सव का शुभारंभ किया. यह आयोजन प्रदेश में कला एवं संस्कृति को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से 6 नवम्बर से 8 नवम्बर तक किया जा रहा है. राज्यस्तरीय कला उत्सव एवं रंगोत्सव में प्रदेश के सभी जिलों से करीब 280 छात्र-छात्राएं अपनी कला का प्रदर्शन करेंगी.


कार्यक्रम में प्रतिभागी नृत्य, गायन, शास्त्रीय संगीत, वादन, नाट्य कला, कहानी वाचन, मूर्तिकला, तथा चित्रकला जैसी विभिन्न विधाओं में अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करेंगे. कार्यक्रम के दौरान मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा कि हिमाचल की समृद्ध संस्कृति और धरोहर हमारे प्रदेश की पहचान है और ऐसे आयोजनों के माध्यम से हम इसे न केवल संजोए रखने का प्रयास कर रहे हैं बल्कि इसे युवा पीढ़ी में भी जीवित रख रहे हैं.


साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल की सांस्कृतिक, विविधता और उसकी कलात्मक धरोहर को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. राजेश धर्मानी ने प्रतिभागियों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहने और अपनी कला को निखारने की प्रेरणा दी है.


राजेश धर्मानी ने कहा वर्ष 2047 में देश को आजाद हुए 100 वर्ष पूरे होने पर विकसित भारत निर्माण में हिमाचल प्रदेश का क्या योगदान रहेगा. इस पर विचार करते हुए हर वर्ग को इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी ताकि राज्यों के समृद्ध होने पर ही विकसित भारत की परिकल्पना पूरी हो सकेगी.


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर