विजय भारद्वाज/बिलासपुर: 19 दिसंबर यानी कल से 23 दिसंबर तक चलने वाले हिमाचल प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र को लेकर विपक्ष प्रदेश सरकार को घेरने के लिए पूरी तरह तैयार है, वहीं सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष के सवालों का जबाव देने के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. एक ओर जहां 5 दिनों तक चलने वाले इस विधानसभा सत्र में विपक्ष द्वारा प्रदेश से जुड़े स्थानीय मुद्दे उठाए जाएंगे, वहीं प्रदेश की कांग्रेस सरकार के एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर कांग्रेस द्वारा दी गईं गारंटियों का मुद्दा भी सदन में गूंजने की पूरी उम्मीद है. 


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राजेश धर्माणी ने विपक्ष को सदबुद्धि देने की भगवान से की कामना 
वहीं सदन में विपक्ष के हंगामे की संभावनाओं पर कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी ने विपक्ष को सदबुद्धि देने की भगवान से कामना करते हुए बिना किसी तथ्यों के केवल राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के चलते सदन में बखेड़ा खड़ा करने पर सरकार द्वारा मुंह तोड़ जबाव देने की बात कही है. कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी का कहना है कि सदन में विपक्ष को चाहिए कि जनता से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाए और विपक्ष द्वारा अच्छे सुझाव आने पर सत्ता पक्ष उन पर जरूर कार्रवाई करेगा, लेकिन विपक्ष सदन में अनावश्यक तौर पर बखेड़ा खड़ा करने का प्रयास करेगा तो उसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.


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विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष के सवालों का जबाव देने की होगी कोशिश
गौरलतब है कि कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस घुमारवीं में स्थानीय लोगों की समस्याएं सुनीं, जिसके बाद वह कल से शुरू होने वाले विधानसभा शीतकालीन सत्र के लिए धर्मशाला के लिए रवाना हुए, वहीं कैबिनेट मंत्री बनने से पहले राजेश धर्माणी ने घुमारवीं से विधायक होने के नाते विधानसभा शीतकालीन सत्र को लेकर प्रश्न भेजे थे, लेकिन अब हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद उन मुद्दों पर चर्चा नहीं होगी, बल्कि सरकार की तरफ से विपक्ष के सवालों का जबाव दिए जाने की राजेश धर्माणी ने बात कही है.


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