Dharamshala News: हिमाचल प्रदेश के तीन कैंपस में बिखरे केंद्रीय विश्वविद्यालय को ए-प्लस ग्रेड का मिला है. जिसके पीछे विवि के कुलगुरु प्रो. एसपी बंसल का टीम वर्क माना जा रहा है.  विवि प्रशासन के बेहतरीन प्रयासों से केंद्रीय विश्वविद्यालय ने ये बड़ी उपलब्धि हासिल की है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं, नैक (National Assessment and Accreditation Council) टीम विजिट के बाद सीयू हिमाचल को ए-प्लस ग्रेड मिलने से अकादमिक क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों, छात्रों और शोधार्थियों में काफी खुशी है. ऐसे में अब से इस विवि से पासआउट होने वाले छात्रों को आसानी से प्लेसमेंट मिलेगी और विवि के बजट में भी इजाफ होगा.  


राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (National Assessment and Accreditation Council) की ओर से केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh University) को ए प्लस ग्रेड (A plus grade)  मिलने के बाद सीयू (Central University)  की सुविधाओं में इजाफा होगा. 


ऐसा होने से अब सीयू में इंजीनियरिंग और मेडिकल साइंस के स्कूल खोले जाएंगे.  देहरा परिसर के निर्माण होने के साथ ही यह दोनों स्कूल भी शामिल हो जाएंगे.  जानकारी के अनुसार, साइंस स्कूल को दो चरणों में खोला जाएगा. वहीं, पहले चरण में पैरा मेडिकल स्कूल स्थापित किया जाएगा. 


सीयू के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने गुरुवार को धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि ए प्लस ग्रेड लेने वाला सीयू हिमाचल प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बना है. इससे पहले हिमाचल के किसी भी विवि को ए प्लस ग्रेड नहीं मिला है. 


आगे उन्होंने कहा कि देश के 1,100 विवि की ग्रेडिंग हुई है.  इनमें ए प्लस ग्रेड केवल 7 प्रतिशत विवि को ही मिला है.  उन्होंने कहा कि नैक टीम की ओर से तय अधिकतम 4 अंकों में से सीयू हिमाचल प्रदेश को 3.42 अंक मिले हैं. नैक की ओर से निर्धारित सभी सात मापदंडों में सीयू खरा उतरा है. 


कुलपति सत प्रकाश बंसल ने कहा कि अब अगले शैक्षणिक सत्र 2024-25 से यहां विदेश के विद्यार्थियों को भी प्रवेश दिया जााएगा. अगले साल कम से कम 50 विदेशी विद्यार्थियों व शोधार्थियों को दाखिले दिए जाएंगे.  इसके अलावा ऑनलाइन अध्ययन व्यवस्था भी शुरू कर दी जाएगी.  उन्होंने कहा कि  अगले साल से विवि में एमबीए एग्जीक्यूटिव का कोर्स भी शुरू किया जाएगा.  इससे अलग-अलग विभागों में नौकरी करने वाले कर्मचारियों को प्रबंधकीय डिग्री दी जाएगी.