Chamuda Mandir: चंबा शहर की पहाड़ी पर स्थित मां चामुण्डा का मंदिर. गुजराती समाज की आस्था का केंद्र बना हुआ है.दुनिया इधर से उधर हो सकती है पर चंबा आने वाले गुजराती समाज के लोग इस मंदिर में जाना कभी नहीं भूलते हैं. ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि गुजराती समाज के लोगों का मां चामुण्डा पर अटूट विश्वास है. 


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बता दें, मिंजर मेले में हर साल काफी तादाद में चंबा पहुंचने वाले व्यापारी घाटे का रोना रोते रहे हैं, लेकिन मिंजर मेले में सैंकड़ों की तादाद में मेला लगाने पहुंचने वाले गुजराती समाज के लोगों का मानना है कि मां चामुण्डा की कृपा से कभी भी उन्हें घाटा नहीं हुआ है. गुजराती समाज के लोगों पर मां की इतनी अपरंपार कृपा रही है कि कभी भी गुजराती समाज के लोग निराश होकर चंबा से नहीं गए हैं. 


लोगों ने बताया कि जितना सोचा नहीं होता उससे भी ज्यादा प्रोफिट कमाकर चंबा से गुजराती समाज के लोग जाते हैं. चूंकि इस बार भी गुजराती समाज के लोगों का अच्छा खासा प्रोफिट रहा है. इसलिए मां चामुण्डा के दरबार में सभी गुजराती समाज के लोग माथा टेकने पहुंचे और मां की कृपा बनाएं रखने के लिए उनका आभार जताया. 


सभी यही कहते पाए गए कि गुजराती समाज के लोग चंबा आएं और चंबा शहर की पहाड़ी पर स्थित मां चामुण्डा के मंदिर में माथा टेकने न पहुंचे ऐसा कभी नहीं हो सकता. दुनिया इधर से उधर हो सकती है लेकिन चंबा आने वाले गुजराती समाज के लोग मां चामुण्डा देवी के मंदिर में पहुंच कर प्रसाद चढ़ाकर मां का आशीर्वाद लेना कभी भूलते.


मिंजर मेला लगाने पहुंचे इन गुजराती समाज के लोगों ने बताया कि आज तक मां से जो भी मांगा है मिला है. एक महिला ने तो यह भी कहा कि मुझे तो बेटा भी मां चामुण्डा ने दिया है. मिंजर मेले के चलते चंबा में व्यापारिक गतिविधियों खत्म होने पर घर जाने से पहले इकट्ठे होकर मां चामुण्डा देवी के मंदिर परिसर में प्रसाद चढ़ाकर और माथा टेककर आशीर्वाद लेने वाले गुजराती समाज के लोगों ने दिल को छू लेने वाली जबरदस्त बात कहते हुए बताया कि मां चामुण्डा के सहारे आते हैं और कभी भी उन्हें घाटा नहीं हुआ है.


सभी कहते हैं गुजराती समाज के लोगों पर मां चामुण्डा देवी की अपार कृपा है. अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले में कई सालों से चंबा आ रहे हैं. हर साल मेला लगाने वाले गुजराती समाज के लोगों पर मां की इतनी अपरंपार कृपा रही है कि कभी निराश होकर चंबा से नहीं गए हैं.


रिपोर्ट- सोमी प्रकाश भुव्वेटा, चंबा