भूषण शर्मा/नूरपुर: हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड कर्मचारी और रिटायर्ड कर्मचारियों की यूनियन की बैठक कार्यकारी सदस्य इंजीनियर विकास ठाकुर, अश्विनी ठाकुर राज्य संगठन सचिव पवन मोहल की अध्यक्षता में संपन्न हुई.


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बैठक में विद्युत बोर्ड में आज दिन तक पुरानी पेंशन बहाल ना करने के अलावा जो 51 पद अभियंताओं के समाप्त किए हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से बहाल करने, 81 आउटसोर्स ड्राइवर को दोबारा काम पर रखने से संबंधी बातचीत कर विचार विमर्श किया गया. विद्युत बोर्ड कर्मियों ने कहा, अगर सरकार 28 अक्टूबर तक इन सभी मांगों को नहीं मानती है तो ज्वाइंट फ्रंट के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन किया जाएगा. 


इस दौरान पवन मोहल ने कहा, सरकार द्वारा बिजली बोर्ड को बार-बार घाटे और बिजली बोर्ड की आर्थिक स्थिति बदहाल होने का दावा किया जाता है, लेकिन आज तक सरकारी विभागों के अंतर्गत करोड़ों अरबों के करीब आउटस्टैंडिंग के रूप में बोर्ड की जो बकाया राशि पेडिंग है अगर यह राशि बिजली बोर्ड को मिल जाती है तो पहले की तरह आज भी बिजली बोर्ड सोने की चिड़िया के नाम से जाना जायगा. उन्होंने कहा, विद्युत बोर्ड में तत्काल नई भर्तियां शुरू की जाएं. 


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इस अवसर पर विवेक ठाकुर ने कहा कि आज तक विद्युत बोर्ड में कर्मचारियों को 2016 से लेकर अप्रैल 2022 के अवधि के दौरान बड़े स्केलों की राशि का भुगतान नहीं किया गया, और ना ही रिटायर कर्मचारियों को ग्रेच्युटी लीव इन कैश की पेमेंट जारी की गई है, जिसे लेकर कर्मचारी और पेंशनर वर्ग में बहुत गुस्सा है.


उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश सरकार 28 अक्टूबर 2024 से पहले इन सभी मांगों को लेकर कार्यवाही अमल में नहीं लाती है तो ज्वाइंट फ्रंट के आह्वान पर 28 अक्टूबर को प्रदेश भर में विद्युत बोर्ड के कर्मचारी विरोध प्रदर्शन करेंगे. इस दौरान विद्युत बोर्ड के इंदौरा फतेहपुर ज्वाली और नूरपुर के तमाम अधिकारी, कर्मचारी और रिटायर्ड कर्मचारी उपस्थित रहे. 


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