H3N2 Influenza: देश में बढ़ते एच-3 एन-2 फ्लू के चलते हर तरफ लोगों को जागरूक किया जा रहा है. ऐसे में हिमाचल में भी इसके लिए लोगों को जागरूक किया गया. बता दें, मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में जल्द ही एच-3 एन-2 फ्लू की टेस्टिंग की सुविधा मिलेगी. प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इस बाबत मेडिकल कॉलेज हमीरपुर प्रबंधन को निर्देश जारी किए गए हैं.


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साथ ही जिला स्वास्थ्य विभाग ने एच-3 एन-2 फ्लू से निपटने के लिए सभी खंड स्वास्थ्य अधिकारियों को दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर डॉक्टर आरके अग्निहोत्री ने यह जानकारी दी है.  उन्होंने कहा कि जिला भर के स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.  साथ ही मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में व्यापक प्रबंध करने का कार्य किया जा रहा है. इस कड़ी में ही मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में एच-3 एन-2 फ्लू की टेस्टिंग किट उपलब्ध करवाई जाएगी. 


मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरके अग्निहोत्री ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद देश में एच 3 एन 2 फ्लू के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. इसलिए सबको सतर्क रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया था, जिसमें स्वास्थ्य सचिव की तरफ से प्रदेशभर के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को दिशा निर्देश जारी किए हैं. 


उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज टांडा में भी एक मामला सामने आया था. इस बीमारी की टेस्टिंग के लिए मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के प्रिंसिपल को टेस्टिंग की सुविधा जल्द शुरू करने के निर्देश पर स्वास्थ्य सचिव की तरफ से दिए गए हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी बीएमओ और डॉक्टरों को अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड की सैंपलिंग बढ़ाने तथा फ्लू के सभी मामलों की निगरानी के निर्देश दिए.


उन्होंने बताया कि बुखार, खांसी एवं बलगम समेत श्वसन संबंधी समस्या के लक्षण दिखाई देते हैं. इसके अलावा कुछ मरीजों को शरीर में दर्द, उल्टी या दस्त सहित अन्य समस्याएं भी होती हैं. इनफ्लूएंजा वायरस भी एक दूसरे से फैलता है. यह भी कोरोना की तरह ही एक संक्रामक बीमारी है. 


डॉ आरके अग्निहोत्री ने बताया कि इस बीमारी को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है. इन श्रेणियों के मुताबिक ही मरीजों का उपचार किया जाता है. एच3एन2 एक ऐसा इन्फ्लूएंजा वायरस है जो आमतौर पर सूअरों से मनुष्यों में फैलता है. इसके लक्षण मौसमी फ्लू वायरस के समान होते हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना की तरह ही इस बीमारी में भी मास्क का इस्तेमाल किया जाना चाहिए तथा भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में जाने से परहेज किया जाना चाहिए.  उन्होंने बताया कि लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए. साथ ही एक-दूसरे से उचित दूरी बनाकर रखनी चाहिए, मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए और हाथों की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए. 


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