समीक्षा कुमारी/शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र 2024 शुरू हो गया है. आज इस सत्र का दूसरा दिन है. मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन में करुणामूलक आधार पर दी जाने वाली नौकरियों का मुद्दा उठा. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने करुणामुलको का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि काम रोकने और बंद करने के सिवाय सरकार ने कुछ नहीं किया है. इसके साथ ही कहा कि सरकार जानकारी उपलब्ध कराए कि करुणामुलक आधार पर कितने लोगों को नौकरी मिली है. 


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वहीं, शारीरिक शिक्षक संघ ने ऐलान करते हुए कहा, 7 वर्षों से नौकरी की तलाश कर रहे बेरोजगार शारीरिक शिक्षक संघ ने चौड़ा मैदान में धरना प्रदर्शन किया और रोष प्रदर्शन भी किया. शारीरिक शिक्षक (बीपीई, बीपीएड, एमपीएड) हैं, जिनमें से अधिकतर लोग 45 से 50 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं. प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने आते ही 870 पदों को भरने के लिए 4 अप्रैल, 2023 को कुल्लू जिले में काऊंसलिंग शुरू कर दी थी, लेकिन विभाग ने उस पर उच्च न्यायालय से रोक लगवा दी जबकि हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में लगभग 2150 पद खाली पड़े हैं. उनकी मुख्य मांगों में हिमाचल सरकार द्वारा पास की पीआरटी की सभी 870 जमा 228 कुल 1098 पोस्ट थीं. इन पदों को जल्द भरा जाए. 


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शारीरिक शिक्षक संघ का कहना है कि सरकार शारीरिक शिक्षकों के स्कूलों में खाली पड़े पदों को शीघ्र भरे. इनमें से कई बेरोजगार शारीरिक शिक्षक 47 वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं. अधिकतर बेरोजगार शारीरिक शिक्षक अब हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से परीक्षा में बैठने के लिए अधिक उम्र के कारण पात्र नहीं रहे हैं. 


जेबीटी के बाद शारीरिक शिक्षकों के 2150 पद खाली चल रहे हैं. अनुशासन, खेल व स्वास्थ्य शारीरिक शिक्षक के अंतर्गत आने वाले विषय है. संगठन के अध्यक्ष डॉ. रमेश राजपूत ने कहा कि लगभग पिछले 7 वर्षों से स्कूलों में PET की भर्ती नहीं हुई है. अब बेरोजगार युवाओं को उम्मीद है कि कांग्रेस सरकार इन पदों को भरने के लिए मंजूरी देगी.


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