बिशेश्वर नेगी/रामपुर: हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज कुल्लू जिला के निरमंड उप मंडल क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने लोक निर्माण विभाग के निरमंड मंडल कार्यालय परिसर में बरसात के दौरान आई आपदा के बाद सड़कों को रिकॉर्ड समय में योग्य बनाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया. 


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विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि करीब साढ़े तीन करोड़ की लागत से बने ड्रोपा और केदस पुल को रिकॉर्ड समय करीब 15 दिन में तैयार किया गया है. इससे पहले तीन करोड़ की लागत से बागीपुल को 5 दिन में तैयार किया गया था. उन्होंने इस दौरान केदस और ड्रोपा पुल का भी विधिवत लोकार्पण किया. 


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विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि वर्तमान में लोक निर्माण विभाग के निरमंड मंडल के अंतर्गत करीब 130 करोड़ की विभिन्न योजनाओं के तहत सड़कों के निर्माण का कार्य चल रहा है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर लोक निर्माण विभाग में 2016-17 से रुकी हुई अधिकारियों की पदोन्नति को बहाल किया है, जिससे तीन से 400 अधिकारी लाभांवित हुए हैं. उन्होंने नई ऊर्जा के साथ कार्य करना आरंभ कर दिया है.


उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग हिमाचल सरकार का आईना है. अगर जन सेवा से जुड़े कार्य, सड़कों का निर्माण एवं रख-रखाव बेहतर तरीके से सही समय में किया जाता है तो वह दिखता भी है. उन्होंने बताया कि पिछले दिनों कुर्पन खड्ड में आई बाढ़ के बाद जो पुल बह गए थे, उन्हें बहाल करने में लोक निर्माण विभाग ने सराहनीय कार्य किया है, इसीलिए उन्होंने कहा था कि फूलों के उद्घाटन के दिन उन अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित भी किया जाएगा ताकि उनका हौसला अफजाई हो सके. 


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विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह अपने विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हैं. रिकॉर्ड समय में पुलो का निर्माण हुआ है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में 10 से 15 दिन के भीतर तीन पुलों का निर्माण हुआ है. आज इसीलिए इंजिनियर्ज और ग्राउंड स्टाफ को सम्मानित करने का कार्यक्रम रखा गया, क्योंकि उनकी हौसला अफजाई करना आवश्यक है.


इसके साथ ही कहा कि वह इस बरसात में आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र तक बात पहुंचाने के लिए राज्यपाल से भी मिले ताकि राज्यपाल प्रदेश के नुकसान को केंद्र सरकार के समक्ष विस्तार से रख सकें और हिमाचल को एक विशेष पैकेज मिल सके. उन्होंने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पिछली बरसात के दौरान केंद्र से जब धन आया ही नहीं तो बंदरबन किस बात की.


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