कश्मीर की खूबसूरत डल झील की तरह बिलासपुर में पर्यटन को बढ़वा देने के लिए गोविंद सागर झील में पहुंचा शिकारा
Himachal Tourism: बिलासपुर में पर्यटन को बढ़वा देने के मद्देनजर गोविंद सागर झील में मिनी क्रूज के बाद शिकारा पहुंचा है. कश्मीर की खूबसूरत डल झील की तरह ही गोविंद सागर झील की ख़ूबसूरती को चार चांद लगाएगा.
Bilaspur News: बिलासपुर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है. गौरतलब है कि आबिद हुसैन सादिक ने बतौर उपायुक्त बिलासपुर का कार्यभार संभालते ही जिला में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काम शुरू कर दिया था.
वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कीरतपुर-नरचौक फ़ोरलेन मार्ग का वर्चुअल उद्घाटन करने के बाद जहां कुल्लू, मनाली, मणिकर्ण साहिब और धर्मशाला जाने वाले पर्यटकों का सफर आसान हो गया. तो साथ ही पर्यटकों को बिलासपुर रोकने के लिए जिला प्रशासन ने रणनीति बनानी शुरू कर दी.
गोविंद सागर झील की खूबसूरती व फोरलेन मार्ग की सहूलियत को देखते हुए उपायुक्त बिलासपुर ने वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी के लिए सार्थक कदम उठाये और एडवांस्ड स्पीड मोटरबोट, जैट स्की, रेस्क्यू बोट्स, मिनी क्रूज और शिकारा लाने की योजना बनाई जिसे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हरी झंडी दिखाते हुए गोविंद सागर झील में इन्हें चलाने के लिए टेंडर प्रक्रिया को मंजूरी दी है.
वहीं, जिला प्रशासन ने टेंडर प्रक्रिया को समय रहते पूरा करते हुए गोविंद सागर झील में पहले एडवांस्ड स्पीड मोटरबोट, जैट स्की, रेस्क्यू बोट्स लायी गई और फिर मिनी क्रूज को गोविंद सागर झील में पहुंचाने के बाद गुरुवार को शिकारा भी पहुंच गई है.
शिकारा के बिलासपुर पहुंचने पर उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने गोविंद सागर झील में ट्रायल रन लिया है. वहीं ट्रायल रन के बाद आबिद हुसैन ने कहा की एक के बाद एक सभी मोटरबोटस गोविंद सागर झील में पहुंच गई है और जल्द ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से समय लेकर वाटर स्पोर्ट्स गतिविधि को शुरू किया जाएगा.
साथ ही उन्होंने कहा की यह शिकारा बोट मोटर व चप्पू दोनों से ही चलेगी, जिससे पर्यटकों को शिकारा में सफर कर कश्मीर का आनंद मिलेगा, तो दूसरी तरफ मिनी क्रूज व जैट स्की के जरिये साउथ इण्डियन बोटिंग का मजा आएगा. वहीं उपायुक्त ने कहा की गोविंद सागर झील में बोटिंग करते समय सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा और बिना सेफ़्टी जैकेट के कोई भी व्यक्ति मोटरबोटस में सफर नहीं करेगा, जिसका जिम्मेदारी बोट चालकों की होगी.
रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर