Himachal Weather News: हिमाचल प्रदेश में पिछले महीने के बारिश से राज्य के लोग अभी उभरे भी नहीं थे कि एक बार फिर से भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. बता दें, मौसम विभाग ने अगले तीन के लिए राज्य में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं 10 अगस्त तक मौसम खराब रहने की संभावना जताई है.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारी बारिश, बाढ़ और बादल फटने की प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहे हिमाचल प्रदेश में 122 सालों में सातवीं बार जुलाई में बादल झमाझम बरसे हैं. साल 1901 से 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार 21वीं सदी में पहली बार इस साल जुलाई में भारी बारिश हुई है. 


साल 2023 में प्रदेश में 43 वर्ष बाद जुलाई में 400 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई.  इससे पहले साल 1914, 1925, 1946, 1949, 1958 और 1982 में जुलाई में अधिक बारिश हुई है. वहीं, 24 घंटों में भारी बारिश का ऊना में 96, केलांग में 72 और मनाली में 52 सालों का रिकॉर्ड टूटा. 


जानकारी के अनुसार, ऊना में इस साल 9 जुलाई को 228 मिलीमीटर बारिश हुई.  इससे पहले 22 जुलाई, 1927 को 224 मिलीमीटर बारिश हुई थी.  वहीं, मनाली में इस बार 9 जुलाई को 131 मिलीमीटर बारिश हुई.  इससे पहले 9 जुलाई 1971 को 105 मिलीमीटर बारिश हुई थी. इसके अलावा केलांग में 9 जुलाई को 83 मिलीमीटर बादल बरसे.  इससे पहले 28 जुलाई, 1951 को यहां 78 मिलीमीटर बारिश हुई थी.  शिमला जिला के रोहड़ू में 57, सिरमौर के पच्छाद में 50 और हमीरपुर के नादौन में 27 वर्षों का रिकॉर्ड भी टूटा. 


वहीं, चंडीगढ शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पांच बिते बुधवार से जाबली के समीप कोटी में भूस्खलन से पूरी तरह से बंद है. सड़क का 100 मीटर हिस्सा जमीदोज हो चुका है.  हांलाकि एनएचएआई युद्व स्तर पर सड़क को बहाल करने में जुटा है, लेकिन अभी भी दो दिन इस मार्ग को बहाल करने में लगेंगे. 
उपपुलिस अधीक्षक भीष्म ठाकुर ने बताया कि लोग वैकल्पिक मार्गो का प्रयोग करें और एनएच पांच को खोलने का कार्य जारी है.  उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील की है.