Holi 2023: हिमाचल के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल डेरा बाबा बडभाग सिंग मैड़ी में लगने वाला होली मेला 27 फरवरी से शुरु होगा. मेले के सफल आयोजन को लेकर डीसी ने बैठक की. मेले के दौरान मालवाहक वाहनों में श्रद्धालुओं के आने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है. 


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जिला के अंब उपमंडल के मैड़ी स्थित डेरा बाबा बडभाग सिंह में 27 फरवरी से होली मेला-2023 शुरु हो रहा है. 7 मार्च को झंडे की रस्म होगी. वहीं, 9 मार्च को पंजा साहिब का पवित्र प्रसाद श्रद्धालुओं को वितरित किया जाएगा.  मेले के सफल आयोजन को लेकर आज उपायुक्त ऊना राघव शर्मा की अध्यक्षता में खंड विकास कार्यालय अंब में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. 


इस बैठक में मैड़ी मेले के सफल आयोजन को लेकर गुरुद्वारा प्रबंधन, स्थानीय पंचायत समिति, पंचायत प्रधान सहित विभिन्न विभागों के साथ बैठक आयोजित कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। पुलिस व यातायात प्रबंधन सहित स्वच्छता, विद्युत, पेयजल प्रबंधन को लेकर सभी एजेंसियों की जिम्मदारियां तय की गई हैं. उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में मेडिकल पोस्ट भी उपलब्ध रहेगी. 


एडीसी ऊना मेला अधिकारी और एसडीएम अंब सहायक मेला अधिकारी होंगे जबकि एएसपी ऊना पुलिस मेला अधिकारी और डीएसपी अंब सहायक पुलिस मेला अधिकारी होंगे. सुरक्षा की दृष्टि से पूरे मेला क्षेत्र को 10 सैक्टरों में बांटा जाएगा और प्रत्येक सैक्टर में एक-एक सैक्टर मैजिस्ट्रेट तथा एक-एक सैक्टर पुलिस ऑफिसर की तैनाती की जाएगी. मेले के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस व होमगार्ड के पर्याप्त जवानों की तैनात होंगे. 


मेले के दौरान साफ-सफाई व्यवस्था को बनाए रखने के पर्याप्त अस्थाई शौचालयों का निर्माण किया जाएगा.  जगह-जगह कूड़े दान तथा इनके रख रखाव के लिए अस्थाई सफाई कर्मचारी तैनात किए जाएंगे.  मेले के दौरान स्वच्छ व पर्याप्त पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए आईपीएच विभाग को पानी का क्लोरीनेशन तथा समय-समय पर पानी के सैंपल लेने के भी निर्देश दिए. 


वहीं,  मेले के दौरान किसी भी तरह की आग इत्यादि की घटना से निपटने के लिये अग्रिश्मन वाहन भी तैनात रहेगा.  उन्होंने अस्थाई दुकानें लगाए जाने को लेकर एसडीएम अंब को समुचित प्लान तैयार करने के निर्देश दिए साथ ही सभी विभागों को एक सप्ताह के भीतर सभी तैयारियां पूर्ण करने को कहा.  इसके अलावा मेले के दौरान ढ़ोल नगाडे, करतब दिखाना प्रतिबंधित होगा तथा डेरा प्रबंधन को भी निर्धारित समय अवधि में ही लाऊडस्पीकर चलाने की अनुमति रहेगी. 


मेले के दौरान भिखारियों की समस्या से भी सख्ती से निपटा जाएगा.  इसके लिए उन्होने संबंधित गुरूद्वारा प्रबंधकों से भी प्रशासन को अपना पूरा सहयोग प्रदान करने का आहवान किया ताकि मेले को सफलतापूर्वक सम्पन्न करवाया जा सके. 


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