Dharamshala News: आज शीत सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मेमोरेंडम ऑफ लॉस की जानकारी सदन को दी.  मुख्यमंत्री ने कहा कि 633 करोड़ रुपये केंद्र से आने की बात की जा रही है.  भारत सरकार को 9,900 करोड़ का मेमोरेंडम ऑफ लॉस दिया गया. 



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केंद्रीय नियमों के अनुसार कम से कम 1,605 करोड़ रुपए मिलने चाहिए थे. इसमें से भी 216 करोड़ रुपये पहले से ही दिए गए थे.  397 करोड़ रुपये की धनराशि ही केंद्र से आई है.  6.40 प्रतिशत ही कुल नुकसान का है. जो भाजपा ने हिमाचल प्रदेश से किया है. 


हिमाचल की जनता सब जानती है कि कितना लोगों को ठगना है और बोलना है.  केंद्र से विशेष पैकेज की उम्मीद नहीं की जा सकती है.  सीएम सुक्खू ने कहा कि सांसद दिल्ली जाते हैं, तो प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलने से घबराते हैं.  मैं अंतिम सप्ताह में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मिलने जाऊंगा. वहां हिमाचल के हितों की बात को फिर से उठाया जाएगा. 


सीएम ने कहा कि अगर अभी भी भाजपा विधायक चाहें तो उनके साथ दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मिल सकते हैं.  हिमाचल के लोगों को आपदा से जो नुकसान हुआ है, एक-एक पाई करके उनके लिए मदद दी जाएगी. 


इस पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि अगर राशि देखें तो हिमाचल के लिए सबसे बड़ी है.  केंद्र ने यह नहीं कहा कि आगे मदद नहीं मिलेगी. अपनी बात को केंद्र से ठीक तरह से रखें. ताली दोनों हाथ से बजती है. विकसित भारत यात्रा शुरू की गई है, जिससे भारत आने वाले समय में विकसित राज्यों में आएगा. ये बदले की भावना से काम कर रहे हैं.  केंद्र सरकार की योजनाओं को बंद कर रहे हैं.  केंद्र से मदद आने के बावजूद कुछ नहीं किया.  ऐसा कहना सही नहीं है. आगे लोकसभा चुनाव है. उसके लिए यह ऐसा कर रहे हैं.  ये भाजपा सरकार पर कर्ज लेने का आरोप लगाते थे. अब ये 12 हजार करोड़ का कर्ज ले चुके हैं. 


जवाब में सीएम सुक्खू ने कहा कि अभी 340 करोड़ रुपये ही आए हैं. आप दिल्ली चलिए. आप जो टाइम निकालेंगे, मैं उसी वक्त आने को तैयार हैं. पेन निकालिए और टाइम दीजिए. हमने 2023-24 में कोई 12 हजार करोड़ का कर्ज नहीं लिया है.