Nalagarh News: पीने लायक नहीं रहा औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन का पानी, जानें क्या कहती है रिपोर्ट
पिछले कुछ महीनों पहले आईआईटी मंडी ने औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ से पानी के सैंपल लिए थे, जिसकी रिपोर्ट में पाया गया कि औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन का पानी पीने योग्य नहीं है.
नंदलाल/नालागढ़: पिछले कुछ महीनों पहले आईआईटी मंडी ने औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ से पानी के सैंपल लिए थे, जिसकी रिपोर्ट में पाया गया कि औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन का पानी पीने योग्य नहीं है. इस केमिकल युक्त जहरीले पानी के कारण कैंसर जैसी घातक बीमारियां भी क्षेत्र में फैल रही हैं.
क्षेत्र का पानी जहरीला होने को लेकर उस पर चिंता जाहिर करते हुए स्थानीय लोगों का कहना है कि मंडी और जम्मू कश्मीर के वैज्ञानिकों द्वारा रिपोर्ट तो सामने पेश कर दी है, लेकिन इस पर ना तो अब तक सरकार ने कोई संज्ञान लिया है और ना ही प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा कोई उद्योगों पर कार्रवाई की गई है. लोगों ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार से अपील की गई है कि जल्द से जल्द केमिकल युक्त जहरीला पानी क्षेत्र की नदियों में फेंकने वाले उद्योगों पर कार्रवाई की जाए और ऐसे उद्योगों को बंद करवाया जाए जो क्षेत्र की जमीनों में जहर घोल रहे हैं.
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बता दें, बीबीएन क्षेत्र के लोग जहरीले पानी के कारण गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. इस क्षेत्र में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी बड़ी तीव्र गति से फैल रही हैं. उनका कहना है कि इस केमिकल युक्त जहरीले पानी के कारण इंसान तो बीमार हो ही रहे हैं, बल्कि इसका असर पशुओं और जानवरों पर भी पड़ रहा है. किसी क्षेत्र की नदियों में मछलियों का नामों निशान मिट चुका है. अब दुधारू पशु भी केमिकल युक्त जहरीला पानी पीकर उनकी भी लगातार मौतें हो रही हैं
लोगों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जल्द ही सरकार ने ऐसे उद्योगों पर कार्रवाई नहीं की जो इस क्षेत्र में प्रदूषण फैला रहे हैं तो मजबूरन लोगों को एकत्रित होकर या तो एनजीटी का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा या फिर हाई कोर्ट में एक जन याचिका दायर करनी पड़ेगी. स्थानीय लोगों का कहना है कि जब यहां औद्योगिक क्षेत्र नहीं बना था उससे पहले लोग इन नदियों का पानी पिया करते थे.
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यहां पशुओं को नहलाया भी करते थे और खुद भी इस नदी का पानी इस्तेमाल करते थे, लेकिन जब से यहां औद्योगिक क्षेत्र बना है तब से इन नदियों का पानी दूषित हो चुका है और उद्योगों द्वारा सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ाकर नदियों में जहरीला केमिकल पानी सरेआम छोड़ा जा रहा है, जिसके चलते अब बीबीएन का पानी पीने योग्य नहीं रह गया है.
उन्होंने कहा कि ऐसा कोई घर नहीं है, जहां अब इन जहरीले पानी के कारण घरों में मरीज ना हों. इसके साथ ही कहा कि इस केमिकल युक्त जहरीले पानी के कारण क्षेत्र के लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ चुके हैं. इतना ही नहीं इसके कारण कई लोगों की तो मौत भी हो चुकी है. क्षेत्र के लोगों ने सरकार, प्रदूषण बोर्ड बद्दी व प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगपतियों के बीच मिला भगत के भी गंभीर आरोप लगाए हैं.
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