देश के पहले वोटर श्याम शरण नेगी का निधन, हिमाचल चुनाव के लिए 3 दिन पहले डाला था आखिरी वोट
देश के आजाद भारत के पहले मतदाता मास्टर श्याम सरण नेगी का निधन हो गया है. हिमाचल प्रदेश के कल्पा में अपने घर पर मास्टर नेगी ने गुरुवार रात आखिरी सांस ली.
Independent India first voter Shyam Saran Negi Died: देश के आजाद भारत के पहले मतदाता मास्टर श्याम सरण नेगी का निधन हो गया है. हिमाचल प्रदेश के कल्पा में अपने घर पर मास्टर नेगी ने गुरुवार रात आखिरी सांस ली. इस बात की जानकारी किन्नौर के डीसी आबिद हुसैन ने दी.
बता दें, श्याम सरण नेगी 106 साल के थे और देश में पहली बार हुए चुनाव में सबसे पहले उन्होंने मतदान किया था. 2 नवंबर को ही बैलट पेपर के जरिए मास्टर नेगी ने 2022 विधानसभा चुनाव के लिए वोट किया था. उन्होंने 34वीं बार अपने जीवन में 2 तारीख को मतदान किया था.
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इस सूचना के बाद प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने दुख जताया. साथ ही ट्वीट करते हुए लिखा कि, स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता एवं किन्नौर से संबंध रखने वाले श्याम सरन नेगी जी के निधन की खबर सुनकर दुःखी हूं. उन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए 34वीं बार बीते 2 नवंबर को ही विधानसभा चुनाव के लिए अपना पोस्टल वोट डाला, यह याद हमेशा भावुक करेगी.ॐ शांति! ईश्वर उनकी पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकग्रस्त परिवारजनों को संबल प्रदान करें.
जानकारी के अनुसार, भारत का पहला चुनाव फरवरी 1952 में हुआ था, लेकिन हिमाचल में सुदूर, आदिवासी इलाकों में खराब मौसम के वजह से और सर्दियों के कारण मतदान करना असंभव था. ऐसे में वहां वोटिंग 23 अक्टूबर 1951 में 5 महीने ही करवानी पड़ी. तब श्याम शरण नेगी स्कूल में अध्यापक थे और चुनावी ड्यूटी पर थे. ऐसे में वह केंद्र पर सबसे पहले पहुंचे और वोट किए. इसके बाद उन्हें बताया गया कि सबसे पहले उन्होंने ही वोट किया है.
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