Himachal News: साउथ कोरिया में विमान के साथ एक पक्षी के टकरा जाने से हुए हादसे ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है, उसके बाद तमाम एविएशन कंपनिया और एयरपोर्ट अथॉरिटीज भी सख्ते में आ गई है, कांगड़ा एयरपोर्ट भी ऐसी ही घटना का भुगतभोगी रह चुका है ऐसे में इस घटना के बाद कांगड़ा एयरपोर्ट अथॉरिटी प्रबंधन समेत जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है.


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कांगड़ा एयरपोर्ट हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है इतना ही नहीं यहां हर साल फ्लाइट्स और यात्रियों की संख्या में इज़ाफ़ा हो रहा है, हालांकि कांगड़ा एयरपोर्ट आज भी कई तरह के खतरों की जद्द में है, मगर एयरपोर्ट अथॉरिटी जिसे सबसे बड़ा ख़तरा मानती है वो इस इलाके में पाए जाने वाले नभचरों से है, जिसके लिए कहीं न कहीं इस एयरपोर्ट के दोनों ओर पाई जाने वाली दो बड़ी खड्डे भी इसके लिए जिम्मेदार हैं जहां मीट कारोबारियों समेत गांव के लोगों  समेत हाट बाज़ार के कारोबारियों की ओर से फेंका जा रहा है और उसी कूड़े में भोजन की आस में चील कौए और कई किस्मों के पक्षी उमड़ते हैं और यही पक्षी विमान हादसों का कारण बनते हैं.


कांगड़ा एयरपोर्ट अथॉरिटी के निदेशक धीरेन्द्र सिंह की मानें तो साल 2023 में इसी तरह की घटना कांगड़ा एयरपोर्ट पर भी हो चुकी है, जिसमें इंडिगो के जहाज की नोज से पक्षी टकरा गया और गनीमत ये रही कि पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया अन्यथा यहां भी कोई बड़ी घटना हो सकती थी, ऐसे में अब साउथ कोरिया की घटना के बाद प्रबंधन और जिला प्रशासन ने और सख्ती करने का फ़ैसला लिया है और अब इन खड्डों में कूड़ा फेंकने वाले अगर पकड़े जाते हैं तो एक लाख तक का जुर्माना भी वसूला जा सकता है क्योंकि जान को जोखिम में नहीं डाला जा सकता.