तुलसी के पत्तों की माला हनुमान जी को करें अर्पित, शनि देव होंगे प्रसन्न
Benefits of Tulsi Ji: तुलसी को काफी पवित्र माना जाता है. ऐसे में शनि देव के प्रकोप को कम करने के लिए व्यक्ति को तुलसी के 108 पत्तों की माला बनाना चाहिए. साथ ही उस पर श्रीराम लिखकर हनुमान जी को शनिवार को पहनाना चाहिए.
Benefits of Tulsi Ji: आज शनिवार है. आज के दिन शनि देव की पूजा की जाती है. शनि देव हर व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं. शनि देव ही लोगों को उसके अच्छे और बुरे कर्म का फल देते हैं. ऐसे में अगर किसी पर शनि की साढ़े साती या फिर शनि ढैय्या चल रही है, तो आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि शनि देव को प्रसन्न करने के लिए आपको क्या करना चाहिए ताकि शनि देव की शुभ दृष्टि आप पर बने.
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मान्यताओं के अनुसार, तुलसी को काफी पवित्र माना जाता है. ऐसे में शनि देव के प्रकोप को कम करने के लिए व्यक्ति को तुलसी के 108 पत्तों की माला बनाना चाहिए. साथ ही उस पर श्रीराम लिखकर हनुमान जी को शनिवार को पहनाना चाहिए. ऐसा आपको कम से कम लगातार 40 शनिवार को करना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि शनि देव को प्रसन्न करने के लिए हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए.
इसके साथ ही आपको शनि देव को खुश करने के लिए शनिवार के दिन व्रत रखना चाहिए. इसके लिए आपको किसी पंडित से सही समय और पूजन विधि समझनी चाहिए. इस दिन आपको शाम के वक्त उड़द के दाल की खिचड़ी बना कर मंदिर में सभी देवी-देवताओं को भोग लगना चाहिए. साथ ही आरती करने के बाद खुद भी खिचड़ी का सेवन करें.
ऐसी भी मान्यता है कि जिन्हें साढ़े साती और ढैय्या की बुरी दशा है, उन्हें अपने हाथों में लोहे का छल्ला धारण करना चाहिए. ये छल्ला या अंगूठी काले घोड़े की नाल या नाव की कील का होना चाहिए. ऐसा करने से आप पर शनि देव का प्रकोप कम पड़ता है.
मान्यता है कि शनिवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करने से भी व्यक्ति के सभी भय खत्म हो जाते हैं क्योंकि हनुमान जी की भक्ति से शनि देव भी प्रसन्न होते हैं. आप सुदंरकांड का पाठ किसी भी शुभ दिन से आरंभ कर सकते हैं. हालांकि मंगलवार और शनिवार सबसे शुभ दिन माना जाता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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