Kullu Mosque Protest News: कुल्लू के मुख्यालय रामशिला में देवभूमि जागरण मंच और अन्य हिंदू संगठनों के द्वारा देश में वक्फ बोर्ड को भंग करने तथा अवैध रूप से बन रही मस्जिदों के खिलाफ एक धरना प्रदर्शन सोमवार को आयोजित किया गया. 


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वहीं पुलिस ने भी किसी अनहोनी की आशंका को लेकर कुल्लू शहर में कड़ी नाकाबंदी की थी. इस प्रदर्शन की खास बात यह रही कि यहां पर कुलवी नृत्य किया गया और ढोल नगाड़ों की थाप पर विशाल रैली भी निकाली गई. ढोल नगाड़ों की थाप पर प्रदर्शन करने आए लोग भी झूमते हुए नजर आए.


कुल्लू शहर भी दोपहर तक पूरी तरह से बंद रहा और हजारों लोगों की भीड़ रामशिला अखाड़ा बाजार होती हुई ढालपुर पहुंची. जहां पर उन्होंने डीसी कार्यालय के बाहर भी वक्फ बोर्ड के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. हालांकि हिंदू संगठनों के द्वारा अखाड़ा बाजार में बनी मस्जिद को भी पहले अवैध बताया गया था और प्रशासन से इस मस्जिद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग रखी थी, लेकिन बीते रविवार को ही जिला प्रशासन के द्वारा मस्जिद को वैध बताया गया और कहा गया कि इसका कुछ हिस्से के निर्माण अधीन का मामला शहरी विकास विभाग के पास लंबित है. ऐसे में इस मस्जिद को अवैध नहीं बताया जा सकता है.


इससे पहले ही हिंदू संगठनों के द्वारा 30 सितंबर सोमवार को धरने प्रदर्शन की तैयारी की गई थी. ऐसे में जिला प्रशासन के द्वारा सुबह ही धारा 163 पर लगाई गई और रामशिला में ही बैरिकेड लगाकर लोगों को शहर में घुसने से रोका गया, लेकिन लोगों की भीड़ इसके बावजूद भी रामशिला में एकत्र हुई और हजारों की संख्या में लोगों ने वक्फ बोर्ड और हिंदू विरोधी ताकतों के खिलाफ प्रदर्शन किया. 


संगठन में शामिल लोगों का कहना है कि भारत में हिंदू विरोधी गतिविधियां नहीं चलेंगे और वक्फ बोर्ड में अब संशोधन की नहीं बल्कि उसे भंग करने की आवश्यकता है. इस दौरान अखाड़ा बाजार में प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच गहमागहमी भी हुई, लेकिन बाद में पूरी स्थिति पर नियंत्रण पाया गया. हजारों लोग और महिलाओं की भीड़ जय श्री राम तथा हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए ढालपुर पहुंची और डीसी कार्यालय के बाहर भी हिंदू विरोधी ताकते के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. 


गौर है कि शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद के बाद से लेकर प्रदेश में कई जगह पर मस्जिदों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. तो ऐसे में कुल्लू में भी काफी दिनों से विशेष समुदाय के लोग अपने-अपने इलाकों की ओर पलायन कर रहे हैं. ऐसे में कई जगह पर लोगों के द्वारा भी विशेष समुदाय के लोगों को दुकानें तथा मकान खाली करने के बारे में नोटिस दिए गए हैं. 


वहीं कई लोगों पर भी दबाव डाला जा रहा है कि वह विशेष समुदाय के लोगों को ना तो दुकान किराए पर दे और ना ही उन्हें अपने घर में रहने दे. जिसके चलते कुल्लू, भुंतर शहर में भी कई लोग अपना काम छोड़कर अपने-अपने घरों की ओर रवाना हो गए हैं.


ढालपुर में प्रदर्शन करने पहुंचे युवाओं का कहना है कि प्रशासन मस्जिद के बारे में जो भी दस्तावेज दिखा रहा है. वह सब झूठे हैं क्योंकि प्रशासन के पास अगर कोई दस्तावेज होते तो वह पहले ही उन्हें दिखा सकता था. ऑनलाइन रिकॉर्ड में भी यह जगह खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के नाम पर दर्शाई गई है. ऐसे में प्रशासन आखिर क्या चाहता है. प्रशासन के पास अगर कोई दस्तावेज है तो वह हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारी के समक्ष उसे प्रस्तुत करें. ताकि सभी लोगों को इसकी सच्चाई के बारे में पता चल सके. ऐसे में खादी ग्रामोद्योग बोर्ड की जमीन पर बनी इस मस्जिद पर प्रशासन को कार्रवाई करनी ही होगी.