भूषण शर्मा/नूरपुर: विधानसभा ज्वाली के अन्तर्गत ग्राम पंचायत नियांगल के वार्ड नंबर 1 के बाद अब वार्ड नं-5 में बिना बारिश ही अचानक जमीन धंस जाने से 5 मकान जमींदोज हो गए, जबकि अन्य 25 मकानों को गिरने का खतरा बना हुआ है. मकानों के जमींदोज होते ही हर तरफ अफरा-तफरा मच गई. लोग मदद के लिए चिल्लाने लगे, हालांकि इस दौरान कोई जानी नुकसान नहीं हुआ. करीबन 700 मीटर लंबा और 300 मीटर चौड़ा वन भूमि का बड़ा हिस्सा जमीन में धंस रहा है.


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हादसे की जानकारी तुरंत पंचायत प्रधान कैप्टन चुनी लाल व उपप्रधान संदीप समकड़िया को दी गई, जिसके तुरंत बाद वे मौके पर पहुंचे. इनके अलावा नायब तहसीलदार कोटला सीता राम भी मौके पर तुरंत मौके पर पहुंचे. इन सभी के परिवार व उनके सामान को स्थानीय युवाओं के सहयोग से पिकअप में भरकर सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर दिया गया है. 


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उपप्रधान संदीप समकडिया ने बताया कि डिप्टी सीएम दौरे पर आए हुए थे. उस समय वे गांव बाडा में थे. वहां भी लैंडस्लाइड से कई घरों को नुकसान हुआ है. संदीप समकडिया ने बताया कि जिस समय वे गांव नियागल में थे तब किसी ने फोन करके उन्हें यहां मकानों के जमीनदोज होने की सूचना दी. 
उन्होंने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही वे भी मौके पर पहुंचे.


संदीप समकडिया ने बताया कि वे मौके पर पहुंचे और देखा कि जमीन फट रही है और घरों में दरारें आ रही हैं, जिसके कारण मकान धंस रहे हैं. लोग अपने घरों का सामान तक नहीं निकाल पाए. लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई. वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके मकान तो चले ही गए साथ ही उनका सामान भी दब गया. पीड़ित लोगों ने बताया कि वे अपने पुशओं को भी वहीं छोड़कर आ गए, क्योंकि उन्हें लगा कि मकान फट रहे हैं. 


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उपप्रधान संदीप समकडिया ने बताया कि इस समय ना तो बारिश हुई है और ना जमीन सूखी है. उन्होंने बताया कि 2013 में सूखा लैंडस्लाइड हुआ था जो कि अगस्त-सितंबर में हुआ था. उन्होंने सीएम सुक्खू से आग्रह करते हुए कहा कि वे एक बार फिर इस क्षेत्र का दौरा करें और इन पीड़ितों की मदद करें.


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