Mahila Naga Sadhu: नागा साधुओं का नाम तो हर किसी ने सुना होगा. वहीं नागा साधुओं को आपने देखा होगा, लेकिन बात अगर महिला साधु की तो इनके बारे में कम ही लोग जानते होंगे. हिला नागा साधुओं का जिक्र कम ही होता है क्‍योंकि महिला नागा साधु दुर्लभ ही दिखाई देती हैं. यहां तक कि कई लोगों को तो यह भी नहीं मालूम है कि पुरुष नागा साधु की तरह महिला नागा साधु भी होती हैं. आज के इस खबर में हम आपको बताएंगे कि महिला नागा साधु कैसे बनती हैं, उनकी वेशभूषा क्या होती है और उनकी दुनिया कैसी होती है.  


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महिला नागा साधु (Female Naga Sadhu) बनने के लिए शरीर में भी कई तरह के बदलाव करने पड़ते हैं. पुरुष नागाओं की तरह इन्हें भी मुंडन करवाना पड़ता है. इसके अलावा उन्हें अपने गुरु को विश्वास दिलाना पड़ता है कि वे अपने परिवार से दूर हो चुकी हैं. 


महिला नागा साधु भी हर चीच के मोह से खुद को दूर रखती हैं.  नागाओं की तरह ही इनका भी दुनिया में किसी भी तरह के मोह-माया की इजाजत नहीं होती है. ये खुद को भगवान के चरणों में समर्पित कर चुके होते हैं.  बता दें, कई सालों की कठिन परीक्षाओं के बाद कोई महिला नागा साधु बन पाती है.


आपको बात दें, कि भक्ति और त्याग का प्रतीक ये महिला नागा साध्वी (Female Naga Sadhu) पूरा दिन साधना करती हैं. इन्हें सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठना होता है. इसके बाद ये नित्य कर्मों के बाद शिवजी की पूजा करनी होती. हालांकि, महिला साधू सिर्फ कुंभ के दौरान ही लोगों को देखने को मिलती है. इनकी संख्या काफी कम होती है. 


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जानकारी के अनुसार, महिला नागा साधु बनने के लिए औरतों को ऐसे चरणों से गुजरना पड़ता है, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे. इन्हें सबसे पहले भौतिक सुख-सुविधाओं का त्याग कर के खुद का पिंडदान करना पड़ता है. इसके बाद ये साध्वी मुंडन करवा कर खुद का तर्पण करती हैं. गृहस्थ जीवन से निकल कर खुद का पिंडदान कर ये साध्वी खुद को इस संसार के लिए मृत बन जाती हैं. फिर इनका एकमात्र काम होता है, भक्ति और साधना. 


सबसे खास बात, पुरुष नागा साधु सार्वजनिक तौर पर नग्न ही नजर आते हैं. हालांकि महिला नागा साधु निर्वस्त्र नहीं रहती हैं. अधिकांश महिला नागा साधु वस्त्रधारी होती हैं और केवल गेरुए रंग का बिना सिला हुआ वस्त्र धारण करती हैं. ये गेरुए रंग का कपड़े का टुकड़ा रहता है, जिसे वे अपने शरीर पर लपेटे रहती हैं.