Solan News: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.राजीव बिंदल ने कहा कि इंडी गठबंधन नहीं चाहते कि देश में फिर सरकार बने और मजबूत प्रधानमंत्री बने. कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य है कि अनेक पार्टियों के कुछ-कुछ सांसदों को एकत्र करके अस्थिर सरकार बनाना, कमजोर प्रधानमंत्री बनाना, फिर 6 महीने और एक साल में उसे हटाना और दूसरा बनाना. 


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कांग्रेस पार्टी ने यही कार्य पहले किया, जिसके कारण देश को अस्थिरता के दौर से गुजरना पड़ा.  कांग्रेस ने एचडी देवगौड़ा को बाहर से समर्थन देकर प्रधानमंत्री बनाया और 4 महीने बाद उनकी टांग खींच ली. फिर इंद्र कुमार गुजराल को समर्थन देकर प्रधानमंत्री बनाया और फिर उनकी टांग खींच ली. यही क्रम स्व.चरण सिंह के साथ किया, चंद्रशेखर के साथ किया और परिणाम हुआ कि देश आर्थिक रूप से, सामाजिक रूप से, सीमाओं की सुरक्षा के रूप से और आंतरिक सुरक्षा के रूप में कमजोर हुआ. 


देश का काम काज चलाने के लिए देश का सोना गिरवी रखना पड़ा. ये सब कुछ कांग्रेस पार्टी और नेहरू-गांधी परिवार ने सोच समझकर किया और अब पुनः उसी योजना पर कांग्रेस काम कर रही है. बिंदल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र का छुपा हुआ ऐजेन्डा बाहर निकल गया है और नेहरू-गांधी परिवार के गुरू सैम पित्रोदा ने पिक्चर की सारी स्क्रिप्ट दुनिया के सामने प्रस्तुत कर दी कि भारत में यदि कांग्रेस की सरकार सत्ता में आएगी तो अमरीका की तर्ज पर भारतवासियों की सम्पति, जमीन, जायदाद पर वैल्थ टैक्स लगेगा और मृत्यु के बाद बच्चों को सम्पति के स्थानांतरण पर भारी मात्रा में टैक्स देना पड़ेगा. 


उन्होंने आगे कहा कि अब बिल्ली थैले से बाहर आ गई है. अब जितनी भी सफाई दो भारत की जनता कांग्रेस के मनसूबों को जान चुकी है. वर्ग विशेष, धर्म विशेष के वोटों के लालच में आरक्षण का असंवैधानिक व षड़यत्रकारी प्लान कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र का हिडन ऐजेन्डा है, जिसमें एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में से आरक्षण देने का ऐजेन्डा अब जगजाहिर हो चुका है. 


कांग्रेस का सनातन विरोधी चेहरा सबके सामने आ चुका है. इंडी गठबंधन में कांग्रेस के साथी स्टालिन ने सनातन को डेंगू मच्छर, मलेरिया कह कर समाप्त करने की बात की और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे के पुत्र ने इसका समर्थन किया. कांग्रेस पार्टी का राम विरोधी चेहरा वो भी सबके सामने है. न्यायालय में कांग्रेस की ओर से श्रीराम को काल्पनिक बताया गया, रामसेतु को काल्पनिक बताया गया, राम जन्म स्थान पर राम मंदिर निर्माण का विरोध किया गया. न्यायालय में श्रीराम मंदिर का विरोध करने वाले अभिषेक मनु सिंघवी को श्रीराम ने ही राज्यसभा चुनाव में पटकनी दे दी और लॉटरी में हर्ष महाजन राज्यसभा सांसद बन गए.


रिपोर्ट- मनुज शर्मा, सोलन