Manali News: इंटरनेशनल टुरिस्ट डेस्टिनेशन मनाली में हनी ट्रैप गिरोह को रंगे हाथों पकड़ने में मनाली पुलिस को कामयाबी मिली है. यह गिरोह पिछले दो वर्षों से कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है. 200 रुपए में कमरा देने का झांसा देकर यह गिरोह हजारों और लाखों रुपए एंठता था. 


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पहले सस्ते में कमरा, फिर देह व्यापार का ऑफर और फिर वीडियो बनाकर ब्लैकमेल लोग करते हैं. ऐसा ही झारखंड निवासी प्रदीप भी ऐसे ही सस्ते कमरे का लुत्फ लेने के चक्कर में 35,000 रुपए से ज़्यादा का नुकसान और हनी ट्रैप का शिकार हुआ है. 


जी हां फेमस टुरिस्ट डेस्टिनेशन मनाली के पुलिस थाना में हनी ट्रैप मामले की शिकायत दर्ज हुई है. मनाली पुलिस ने हनी ट्रैप व देह व्यापार के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने में बड़ी सफलता पाई है. यह गिरोह पिछले दो सालों से सक्रिय था, लेकिन शिकायत न मिलने पर पुलिस कुछ नहीं कर पा रही थी. 


दरअसल झारखंड निवासी प्रदीप बागति ने साहस जुटाकर अपने साथ हुई ठगी की दास्तां मनाली थाने में दर्ज की, जिसके बाद थाना मनाली पुलिस से SHO मनाली मनीष शर्मा की अगुवाई में पुलिस टीम SI इंशांत सेन, कान्स्टबल बबलू, महिला आरक्षी रूबीना, आरक्षी जयवंत ने इस गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की. पुलिस ने झारखंड निवास की शिकायत पर मामला दर्ज कर 14 मोबाइल, एटीएम व कुछ नेपाली नगदी बरामद की है. 


आरोपियों की पहचान विशाल निवासी जुन्गा-शिमला, दीपक निवासी चंडीगढ़, ज्योति और पूजा- मनीमाजरा के रूप में हुई है. पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की 308 (5), 126(2), 3(5) के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. 


वहीं, इस पूरे ही मामले पर DSP मनाली K D शर्मा से जी मीडिया ने खास बातचीत की है. DSP KD शर्मा ने बताया की पीड़ित झारखंड निवासी प्रदीप द्वारा पुलिस को शिकायत मिली थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए हमारी टीम को सफलता मिली है.


प्रदीप बाकती 16 अक्टूबर को लदाख से घर जाने के लिए बस स्टैंड मनाली पहुंचा, तो उस समय रात के करीब आठ बजे एक महिला मिली जिसने अपना नाम पूजा बताया और वह सस्ते रेट पर 200 रुपये कमरा किराया पर देने की बात कर उसे ले गई. कमरे में पूजा ने सोने के साथ 2000 रुपये मांगे, जैसे ही कपड़े निकाले तो पूजा ने फ़ोटो खिंच लिए और अपने अन्य साथियों को बुला लिया. कुछ ही देर में एक महिला व दो पुरुष कमरे में आ गए और प्रदीप की जेब से 5000 रुपये , एटीएम निकाल कर लें गए और ATM से 10 हजार भी निकाल लिए.


गिरोह ने धमकी दी कि उनके शिकंजे से छूटना है तो 50 हजार रुपये का इंतजाम करें. यह सब घटने के बाद प्रदीप ने शिकायत थाना मनाली में दर्ज करवाई और इस पर कार्रवाई कर चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है. वहीं, मनाली कोर्ट में पेश कर एक दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर दोबारा कोर्ट में पेश पिया, जिसके बाद आरोपियों को चौदह दिन का जुडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है.


होटेल व्यवसायी का मानना है की इस तरह के मामले आपने पर पर्यटन व्यवसाय पर ख़ासा नुकसान होता है. होटेल एसोसिएशन, होटल व्यवसायों को इस तरह का ग़ैर-क़ानूनी व्यापार करने वालों की शिकायत पुलिस को देनी चाहिए और सैलनियों से अपील है की वेबसाइट या रेजिस्टर्ड ट्रैवल एजेंट से ही होटल का कमरा बुक करवाए ताकि ठगी का शिकार न हो.


स्टोरी- संदीप सिंह, मनाली