Mandi Lok Sabha Election: मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह प्रचार प्रसार करने मंडी में जुटे हैं. इसी बीच उन्होंने आज मंडी में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया. साथ ही लोकसभा संसदीय क्षेत्र के लिए उनकी क्या कुछ प्राथमिकता है.  इसके बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी कंगना रनौत पर निशाना भी साधा. 



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विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कंगना हर जगह बयान बाजी कर रही हैं. कंगना के परिवारवाद और राजा रजवाड़े का टाइम अब खत्म हो चुका है वाले बयान पर पलटवार करते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हमारे पूर्व रियासतों के लोग कांग्रेस में नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी में भी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम शहजादे नहीं. हम राजपूत हैं, हम हिंदू हैं. अगर हमें कंगना ने कुछ कहना है, तो हमें ''राजा'' कहें. ऐसी बातों का कोई औचित्य नहीं है, जो कंगना कहती हैं. 


आगे उन्होंने कहा कि मैंने कंगना रनौत से कठिन सवाल पूछे हैं, लेकिन वह हमेशा महिला विरोधी रुख के पीछे छिपने की कोशिश करती हैं. उनका मनोरंजन का समय अब ​​हिमाचल प्रदेश में पूरा हो गया है. उन्होंने अपने रैली और जनसभा में बहुत से ऐसे बयान दिए हैं, जिसे लोग सुनने के बाद अपनी हंसी नहीं रोक पाते.  वह कॉमेडियन कपिल शर्मा को अच्छी टक्कर दे रही हैं.  मुझे लगता है कि उन्हें 4 जून के बाद मुंबई वापस जाकर अपनी बची हुई फिल्में करनी चाहिए या फिर 'कॉमेडी शो विद कंगना रनौत' शुरू कर देनी चाहिए. 


पत्रकार वार्ता में विक्रमादित्य सिंह ने कहा, जिस दिन हम सांसद बनेंगे, तब मेरा वादा है कि उस दिन आपको एक भी आवारा पशु सड़कों पर नहीं दिखाई देगी.  जहां-जहां पर हमको गौ सदन बनाने की आवश्यकता होगी. हम नए गौ सदन का निर्माण करवाएंगे. जहां गौ सदन में ज्यादा लोड पड़ रहा है. हम  उसके लिए केंद्र से अलग बजट लाएंगे. हमारा ये दायित्व बनता है कि हम अपनी गौ माता की रक्षा करें और उनकी सेवा करें.



वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंडी दौरे पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा, कि प्रधानमंत्री आ रहे हैं. हम उनका स्वागत करते हैं. वे हमारे भी प्रधानमंत्री हैं, लेकिन मंडी की जनता अब भाषण से तंग आ चुकी है. जब हिमाचल में सदी की सबसे बड़ी आपदा आई तो प्रधानमंत्री का एक भी ट्वीट मंडी और हिमाचल के लोगों के प्रति नहीं आया. ऐसे में अब चुनाव है तो वो यहां आ रहे हैं. अब चुनाव में मजबूरी है तो यहां पर उन्हें आना पड़ रहा है. वे अपनी बात कहेंगे और वापस चले जाएंगे. 


इसके साथ ही हिमाचल के शहीद जवानों को लेकर उन्होंने कहा कि चाहे कैप्टन विक्रम बत्रा हों या सौरभ कालिया, जिस तरह से उन्होंने देश के लिए, हिमाचल के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है. अब समय आ गया है कि हिमाचल की अलग प्रतिनिधित्व भारतीय सेना में होनी चाहिए. इस मुद्दे को पूरी गंभीरता से लोकसभा में उठाऊंगा कि भारतीय सेना में हिमाचल प्रदेश की अलग रेजिमेंट होनी चाहिए. 



हम जानते हैं कि डिफेंस में प्रदेशों को प्रमुखता नहीं दी जाती है, लेकिन  क्षेत्रीय आकांक्षाओं और उच्च प्रतिनिधित्व हमारे प्रदेश की युवाओं की सर्विसेस में हैं. ये समय आ गया है कि आने वाले समय में  हिमाचल प्रदेश की अलग रेजिमेंट होनी चाहिए.