Hamirpur News: हिमाचल प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार जिला हमीरपुर में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने तथा पशुपालकों को दूध के अच्छे दाम सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्त अमरजीत सिंह ने  पशुपालन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, सहकारिता विभाग और मिल्क फैडरेशन के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. 


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उपायुक्त ने कहा कि जिला में दूध उत्पादन को बढ़ाने के लिए बिलासपुर जिला में स्थित कामधेनु दुग्ध समिति के अलावा अन्य राज्यों की दुग्ध समितियां का भ्रमण कर उनके द्वारा अपनाई जा रही पॉलिसी को भी अपनाया जाएगा. 


उपायुक्त ने कहा कि जिला हमीरपुर में दुग्ध उत्पादन की काफी अच्छी संभावनाएं हैं और इससे जिला की आर्थिकी को बल मिल सकता है. प्रदेश सरकार ने पशु पालकों को गाय और भैंस के दूध के उच्चतम दाम प्रदान करने की दिशा में तेजी से कार्य आरंभ कर दिया है. कांगड़ा जिले के ढगवार में लगभग 250 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किए जा रहे अत्याधुनिक दुग्ध संयंत्र से जिला हमीरपुर के पशु पालकों को भी काफी लाभ होगा. 


इसको देखते हुए जिला में अधिक से अधिक लोगों को दुग्ध उत्पादन से जोड़ने की दिशा में कार्य किया जाएगा तथा जिला में प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन को 2.25 लाख लीटर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. 


उपायुक्त ने बताया कि जिला में इस समय प्रतिदिन लगभग 1.90 लाख लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है. अब जिला में एक सितंबर से पशुओं की गणना आरंभ कर दी गई है, जिसे 31 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।. 


उपायुक्त ने ग्रामीण विकास विभाग, सहकारिता विभाग और मिल्क फैडरेशन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अधिक से अधिक लोगों, स्वयं सहायता समूहों और सहकारी सभाओं को पशुपालन से जुड़ने के लिए प्रेरित करें. पशुपालन विभाग के विशेषज्ञ इन स्वयं सहायता समूहों, सहकारी सभाओं और आम पशु पालकों को उत्तम नस्ल के दुधारू पशुओं की जानकारी प्रदान करने के लिए बड़े पैमाने पर शिविर आयोजित करें. 


रिपोर्ट- अरविंदर सिंह, हमीरपुर