Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश में रेलवे प्रोजेक्ट को लेकर प्रदेश सरकार के शेयर ना दिए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा सवाल खड़े करने के मामले पर प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने प्रतिक्रिया दी है. 


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गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है कि प्रदेश के रेलवे प्रोजेक्ट को लेकर 75 प्रतिशत केंद्र सरकार को व 25 प्रतिशत प्रदेश सरकार को हिस्सा देना है, लेकिन प्रदेश सरकार अपना हिस्सा देने से किनारा कर रही है, जिसका सीधा असर आने वाले समय में रेलवे प्रोजेक्ट पर पड़ सकता है. 


वहीं, जयराम ठाकुर के बयान पर पलटवार करते हुए कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा कि रेलवे प्रोजेक्ट को लेकर प्रदेश सरकार पहले ही 1300 करोड़ रुपये दे चुकी है और रेलवे प्रोजेक्ट भारत सरकार के अधीन है और इसके बनाने पर भी केंद्र सरकार को खर्च करना चाहिए. बावजूद इसके केंद्र सरकार शेयर देने को लेकर प्रदेश सरकार पर लगातार दबाव बनाने में लगी है जबकि प्रदेश सरकार के पास फंडिंग की कमी है. 


वहीं प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्रों (आईटीआई) में कृषि व बागवानी से संबंधित डिप्लोमा शुरू करने को लेकर प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा कि कृषि व बागवानी के क्षेत्र में स्किल मैन पॉवर मिल सके इसके लिए प्रदेश के आईटीआई में डिप्लोमा कोर्स शुरू किए जाने पर विचार किया जा रहा है. 


गौरतलब है कि राजकीय स्नातकोतर महाविद्यालय बिलासपुर में चल रहे एचपी यूनिवर्सिटी ग्रुप-1 के तहत यूथ फेस्टिवल का आयोजन किया गया था, जिसके समापन पर प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. वहीं यूथ फेस्टिवल में प्रदेश के 80 डिग्री कॉलेजों के 600 प्रतिभागियों ने रंगोली, पेंटिंग, क्विज प्रतियोगिता सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं में लिया भाग था, जिसमें विजेता व उपविजेताओं प्रतिभागियों को मंत्री राजेश धर्मानी ने सम्मानित किया है. 


राजेश धर्मानी ने कहा कि इस तरह कर यूथ फेस्टिवल आयोजन से जहां कॉलेज के छात्रों को आगे बढ़ने का मौका मिलता है तो साथ ही उन्हें देश व विदेश में होने वाली विभिन्न गतिविधियों की जानकारी भी मिलती है.


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर