Himachal Monsoon Session: हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र के दौरान विधायक राकेश जमवाल ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के अंतर्गत बोलते हुए BBMB प्रोजेक्ट से आ रही समस्याओं के प्रति सदन का ध्यान आकर्षित किया. 


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विधायक राकेश जमवाल ने कहा कि BSL प्रोजेक्ट जो सुन्दरनगर में 60 के दशक में शुरू हुआ और लोगों की जमीने भी इस प्रोजेक्ट में गई. साथ ही लोग भी विस्थापित हुए. इस प्रोजेक्ट में 990 मेगावाट पावर हाउस डेहर में सुन्दरनगर को राष्ट्रीय पटल पर खड़ा कर दिया, लेकिन इसकी सफलता की कहानी लिखते हुए नजाने स्थानीय लोगों को कितना नुकसान सहना पड़ा, जान माल कि हानि के साथ-साथ विस्थापन और अपनी जमीन से भी लोगों को हाथ धोना पड़ा. इस प्रोजेक्ट में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान की हिस्सेदारी भी है. सर्वोच्च न्यायलय के हस्तक्षेप से हिमाचल की हिस्सेदारी 7.19 हिमाचल को मिली. वहीं, 4500 करोड़ रूपये BBMB से लेना है.


इस क्षेत्र से लोगों को बहुत सी समस्याएं आ रही है जिसका समाधान आवश्यक है. पिछली जयराम सरकार के दौरान बहुत सी समस्याओं का निपटारा किया परन्तु आज भी सुन्दरनगर व साथ लगते नाचन व अन्य,क्षेत्रों में सड़क से जुड़ी समस्याओं का कोई समाधान नहीं हो पाया है. सड़कों की स्थिति दयनीय है. 


BBMB की सड़कों में 1-1 फुट से अधिक गहरे गड्ढे हैं. नरेश चौक से BBMB कॉलोनी जिसमें वाहन चलाना बहुत मुश्किल है लेकिन बार-बार कहने के वावजूद सड़कों का सुधार नहीं हो रहा. सालापड़ से सेरी कोठी तक यही सड़क जाती है. हालात दयनीय है. सुन्दरनगर से कपाही सरकाघाट तक यह सड़क 500मीटर तक ऐसी है, जिसका सुधार नहीं किया गया है.


ज़ब BBMB प्रोजेक्ट बन रहा था तो 10,000 से अधिक कर्मचारी यहां काम करते थे लेकिन आज यह कॉलोनी खाली हो चुकी है. खंडहर बन चुकी इस जगह पर जंगली जानवरों, बेसहारा पशुओं, नशा करने वालों का अड्डा यह स्थान बन चूका है. इस प्रोजेक्ट से झील जो सुंदरनगर में बनी है वहां जो सिल्ट बनती या इकट्ठा होती है उसे तीन महीने डी -सिल्ट किया जाता है और सुकेती खड्ड में डाला जाता है जहां बल्ह, नाचन, मंडी क्षेत्र के उपजाऊ जमीन को बर्बाद कर रही है.


सुकेती खड के चैनलाजशन के लिए कमेटी का निर्माण किया जाए और साथ लगते क्षेत्रों के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में स्थानीय विधायक व साथ लगते विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों को साथ लेकर कमेती बना कर इन समस्याओं के हल के लिए कार्य किया जाए. BBMB कलोनी से सिवरेज का पानी भी सुकेती खड्ड में डाला जा रहा, जिससे वहां प्रदूषण की समस्या उत्पन्न हो गई है. महामारी फैलने का डर वहां पर हो गया है.


BBMB बिना TCP और नगरपरिषद की स्वीकृति के वहां भवन निर्माण और REST HOUSE बना रहे हैं. न वे HOUSE TEX देते न ही किसी भी प्रकार कि अनुमति लेने की आवश्यकता समझते. BBMB कलोनी के साथ हमारा पुराना बाजार चौगान जैसे क्षेत्र है, जिससे स्थानीय लोगों को बहुत दिक्कत आती है. खाली क्वाटर दहशत का अड्डा बनेगा हुआ है.


जंगली जानवरों के साथ-साथ नशा माफियाओ का अड्डा वह स्थान बना हुआ है, बेसहारा पशु भी वहां होते है. अवव्यस्था के इस आलम में अनेकों लोगों की जान इस कारण चली गई है. जयराम सरकार में उन टेम्प्रेरी शेड में NDRF बटालियन का सेंटर 7 करोड़ का खर्चा करके बनाया गया. आज भी वह बटालियन वहां स्थित है. नगर परिषद की खाली जमीन का प्रयोग होना आवश्यक है. 


इस समस्या के हल के लिए BBMB के चेयरमैन और स्थानीय विधायकों, अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कमेटी की निर्माण किया जाए और मीटिंग बुला कर इन समस्याओं को गंभीरता पूर्वक विचार किया जाए. विधायक राकेश जमवाल ने कहा कि इसके साथ ही जिन समस्याओं का तुरंत समाधान हो सकता है. उसके लिए BBMB को तुरंत निर्देश दिए जाए, जहां सड़कें टूटी हैं, गड्डे पड़ें है. 


HRTC की बसें हमारे दुर्गम इलाकों को जोड़ने का कार्य करती हैं उन्हें सुधार कर सुचारु करने के लिए निर्देश दिए जाए. पार्ट टाइम कर्मचारियों के लिए कोई स्थायी नीति नहीं बनाई गई है. इसलिए इस कमेटी के माध्यम से इन कर्मचारियों के हितों की बात भी इस मीटिंग में की जानी आवश्यक है.


रिपोर्ट- समीक्षा कुमारी, शिमला