राष्ट्र स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन में हिमाचल के दो छात्रों ने टॉप 20 में बनाई जगह, प्रदेश का नाम किया रोशन
National Level Children Science Conference: राष्ट्र स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन में हिमाचल के दो छात्रों ने टॉप 20 में अपनी जगह बनाई है. बता दें, कांगड़ा और ऊना जिला के दो छात्रों की सर्वें रिपोर्ट सर्वश्रेष्ठ चुनी गई.
Hamirpur News: 31वें राष्ट्र स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन 2023 में हिमाचल के दो छात्रों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए टॉप 20 सर्वश्रेष्ठ सर्वे रिपोर्ट में अपनी जगह बनाई है. कांगड़ा जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बालक रूपि से संचित मेहरा और ऊना जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला त्यूरी से कपिश शर्मा की रिपोर्ट देशभर से चुने गए टॉप 20 सर्वश्रेष्ठ सर्वे रिपोर्ट में चुनी गई है.
दोनों छात्रों ने अलग-अलग थीमों पर अपनी साइंटिफिक सर्वें रिपोर्ट बनाई थी. जिसे सम्मेलन में निणायक मंडल की ओर से बेस्ट का टैग मिला है. जिला विज्ञान पर्यवेक्षक हमीरपुर के कार्यालय में दोनों छात्रों के पहुंचने पर स्वागत किया और मिठाई खिलाकर उनको इस उपलब्धि के लिए बधाई दी.
बता दें, कि बाल विज्ञान सम्मेलन का आयोजन तीन से छह जनवरी को भोपाल मध्यप्रदेश के रविंद्रा भवन में राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद और भारत सरकार की ओर से किया. जिसमें देशभर से 607 विद्यार्थियों ने अपनी सांइटिफिक सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत की. सम्मेलन में हिमाचल से 16 विद्यार्थियों का चयनित होकर आगामी सम्मेलन के लिए गए और अब दो छात्रों ने देशभर में हिमाचल का नाम रोशन किया है.
सम्मेलन में सांइटिफिक सर्वे रिपोर्ट में कांगड़ा जिला से संचित मेहरा ने जंगली और घरेलू जड़ी बूटियों को एकत्रित करके मसालों का प्रयोग करके इम्यूनिटी एनर्जी बूस्टर तैयार किया और ऊना जिला के छात्र कपिश शर्मा ने बारिश के कारण आलू की फसल को हो रहे नुकसान से बचाव के लिए फसल बीजने के दौरान आलू की गहराई को लेकर सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत की. जिसे देशभर की सर्वश्रेष्ठ 20 सर्वे रिपोर्टों में स्थान मिला है.
वहीं, संचित मेहरा ने बताया कि 31वां राष्ट्र स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन में भाग लिया है और टॉप 20 में आया हुआ. उन्होंने कहा कि मेरे प्रोजेक्ट इम्युनिटी बूस्टर को सभी के द्वारा सराहना मिली है और अपने इस प्रोजेक्ट का श्रेय मेंटोर को दिया है.
वहीं स्कूल के प्रिंसिपल ने छात्रों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि स्कूल के प्राध्यापक तिलक राज ने विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करने में विशेष योगदान दिया है, जिसके चलते स्कूल के छात्रों ने ये उपलब्धि हासिल की है.
वहीं, प्राध्यापक तिलक राज ने बताया कि कोरोना काल के दौरान बच्चों और युवाओं में इम्युनिटी में कमजोरी देखी गई थी, जिसको लेकर इम्युनिटी बूस्टर बनने पर जोर दिया गया. उन्होंने बताया कि बच्चों में कैंडी के प्रति काफी आकर्षण रहता है. इसी को देखते हुए इम्युनिटी बूस्टर कैंडी तैयार की गई. उन्होंने बताया कि इम्युनिटी बूस्टर कैंडी को बच्चे भी काफी पसंद कर रहे है.
वहीं जिला विज्ञान पर्यवेक्षक राजेश गौतम ने बताया कि 31वां राष्ट्र स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन 2023 तीन से छह जनवरी 2025 को भोपाल मध्यप्रदेश के रविंद्रा भवन में आयोजित हुआ. उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में दो विद्यार्थियों की रिपोर्ट सर्वश्रेष्ठ टॉप 20 में चुनी गई है।. उन्होंने कहा कि जिसमें कांगड़ा और ऊना जिला के छात्र शामिल हैं.
रिपोर्ट- अरविंदर सिंह, हमीरपुर