Nurpur News: जिला कांगडा के अधीन हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड मंडल फतेहपुर के अधीन पड़ते विद्युत उपमंडल रैहन के तहत झाझवां गांव के कुछ उपभोक्ताओं के दिसंबर माह के बिजली बिल इतने ज्यादा आ गए हैं कि लोग विभाग के खिलाफ रोष प्रदर्शन करने तक उतर आए हैं.


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कुछ उपभोक्ताओं के बिजली बिल एकाएक हजारों रुपयों में आने से उन्हें जोरदार झटका लगा है. लीला देवी (70) पत्नी स्वर्गीय दीवान चंद का कहना है कि वह घर में केवल दो बल्ब ही जलाती हैं. पांच माह से बिल नहीं आया. दिसंबर में 1205 यूनिट का बिल 7043 रुपये थमा दिया गया.


जोगिंद्र सिंह पठानिया और पुनीत सिंह का कहना है कि उनका बिल आठ सौ से एक हजार रुपये के बीच आता रहा है, जिसकी अदायगी समय पर की जाती रही है. अक्तूबर और नवंबर में बिल जीरो आया जबकि दिसंबर में 17,964 रुपये का बिल देखकर उनके होश उड़ गए. इस विषय में एसडीएम, विभागीय एसडीओ और 1100 नंबर पर भी शिकायत की. 


तारा चंद (78) का कहना है कि गर्मियों में भी उनके घर का बिल ज्यादा से ज्यादा हजार रुपये ही आता रहा है. अक्तूबर, नवंबर में बिल 700 से अधिक आया जबकि दिसंबर में 15 हजार रुपये का बिल आने से परेशान हो गए. वहीं, इनके बेटे अनिल कुमार ने कहा कि गोशाला का मीटर उनके नाम है. एक बल्ब जलता है जबकि बिल 3208 रुपये का थमा दिया.


जांच में बिलिंग में लड़कों की गलती पाई गई. दिसंबर में दिए गए बिलों में प्रीवियस यूनिट को जोड़ने से बिल अधिक आए हैं. उपभोक्ताओं को बिल की अदायगी करनी ही पड़ेगी. उक्त उपभोक्ताओं के काफी ज्यादा बिल आए हैं, जिस पर विभाग को खेद है. यह सब उक्त क्षेत्र में बिल काटने वाले बिलर की वजह से हुआ है.


उक्त क्षेत्रों में तैनात कुछ बिलर ने कम यूनिटों के बिल काटे हैं. इसके चलते जो यूनिटें बची थीं, उनके ही बिल आए हैं. विभाग को जैसे ही कुछ बिलर द्वारा कम यूनिटों के बिल काटने की जानकारी मिली, तो विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन बिलर की सेवाएं समाप्त कर दी थीं. 


रिपोर्ट- भूषण शर्मा, नूरपुर