भूषण शर्मा/नूरपुर: नूरपुर विधानसभा की ग्राम पंचायत डन्नी के अंतर्गत गांव खड़ेतर एक बार फिर खतरे के निशान पर है. इस गांव के पास बहती जब्बर खड्ड लगातार संकट बनकर बह रही है. गौरतलब है कि इसी गांव में एक बार पहले भी भूस्खलन की वजह से यह इलाका एक बड़ी झील के रूप में परिवर्तित हो चुका है. इस बार भी गांव के कुछ घर इस भूस्खलन की वजह से खतरे में है.


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खड्ड की तरफ दरक रहा पहाड़
स्थानीय प्रधान ने बताया कि 4 वर्षों से यह पहाड़ लगातार खड्ड की तरफ दरक रहा है. कुछ समय पहले यह झील में परिवर्तित हो गया था, उस समय भी मौके पर केंद्र व राज्य की टीमें यहां पहुंची थीं. इस दौरान सब की तरफ से आश्वासन दिया गया था कि पीड़ित परिवारों को यहां से किसी दूसरी जगह डीसी लैंड देकर शिफ्ट कर दिया जाएगा.


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4 साल से दूसरी जगह शिफ्ट करने का दिया जा रहा आश्वासन
वहीं, पीड़ित परिवारों का कहना है कि पिछले 4 वर्षों से हमें कहीं दूसरी जगह शिफ्ट करने की प्रक्रिया चल रही है, मगर अभी तक धरातल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि हमारे परिवारों को दिन-रात खतरे के साए में जीना पड़ रहा है. इसके साथ ही उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए कहा है कि हमें सुरक्षित स्थानों पर भूमि दी जाए.


जमीनी स्तर पर नहीं हुआ कोई काम- पंचायत प्रधान
वहीं पंचायत प्रधान सुरेखा कुमारी ने बताया कि प्रशासन आता तो हर बार है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है. उन्होंने बताया कि किसी भी आपदा की स्थिति में स्थानीय स्कूल इत्यादि की बिल्डिंग में प्रभावित लोगों को शिफ्ट कर दिया जाएगा.


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खाली बिल्डिंग में किया जाएगा शिफ्ट
इस पूरे प्रकरण पर एसडीएम नूरपुर गुरसिमर सिंह ने कहा कि यह पूरा मामला हमारे ध्यान में है. हमने नायाब तहसीलदार व कानूनगो को प्रधान सहित मौके पर भेजा है. अभी बरसात के मौसम में उनको टेंपरेरी रूप से खाली बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया जाएगा.


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