Shimla Landslide News: 14 अगस्त के दिन शिमला के शिव बावड़ी मंदिर में बादल फटने से आपदा ने कहर बरपाया है.  इस दौरान इस डरावनी मंजर से बाहर निकले रामपुर के रहने वाले प्रदीप जो हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में फिजिकल एजुकेशन के छात्र हैं. वो आंखों देखा हाल बताते है. जिसे जानने के बाद आपको भी लगेगा कि सहीं में बस भगवान ने आकर जान बचा ली. 


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प्रदीप बताते हैं कि वह मौत के मुंह से बाहर निकले हैं.  यह किसी चमत्कार से कम नहीं. उन्होंने बताया कि वह अपने जीजा के साथ मंदिर में आए थे, जो की लकड़ी के कारीगर थे. उन्होंने बताया कि रात को सामान्य तौर पर मंदिर के साथ 6 लोग कमरे में सो रहे थे. सुबह सुबह बादल फटने की आवाज सुनाई दी इसके दो से तीन सेकेंड में सब मलबा, मंदिर को बहा ले गया.


उन्होंने बताया कि वह कुछ सोच पाते इससे पहले ही सब मलबा बन चुका था और सब खत्म हो चुका था. प्रदीप ने अपनी आंखों देखी हकीकत को बयां किया.  उन्होंने कहा कि वह मलबे से खुद बाहर निकल कर आए और 5 अन्य लोग थे. प्रदीप बताते हैं कि यह एक डरावना था मौत के मुंह से बाहर निकाल कर आए हैं.  उन्होंने कहा कि वह नहीं जानते थे कि उसे मलबे में कितने अन्य लोग बेहते चले गए हैं. 


साथ ही कहा कि कमरे का एक हिस्सा पूरा बह गया. वह जहां तक मौजूद थे,  वहां तक मलबा पहुंच गया था.  ऐसे में उस मलबे से निकलकर वह बाहर आए हैं. प्रदीप ने बताया कि जब उन्हें एंबुलेंस से किसी दूसरी जगह पर लेकर गए तो उसे समय भी यह प्रतीत हो रहा था कि शायद अब वह बच गए हैं.  


प्रदीप ने कहा कि वो पूरी तरह से सहम गए थे. ऐसा डरवाना मंजर भगवान किसी को नहीं दिखाए. उन्होंने कहा कि ये जीवन उनको दोबारा मिला है. शायद भगवान की कृपा थी. हालांकि आपको बता दें, इस हादसे में कई लोगों ने अपनों को खो दिया है. वहीं अभी भी राहत बचाव का काम जारी है.