कांगड़ा/धर्मशाला: डा. राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल में पहली सफल ओपन हार्ट सर्जरी हुई है. टांडा अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के सीटीवीएस विभाग के अंतर्गत पहली सफल ओपन हार्ट सर्जरी हुई है. यहां दो ओपन सर्जरी और की गई हैं जो सफल भी रहीं. 


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शिमला में साल 2005 में हुई थी पहली ओपन हार्ट सर्जरी 
दरअसल टांडा अस्पताल के सीटीवीएस विभाग के एचओडी विशेषज्ञ डाक्टर देशबंधु शर्मा, विशेषज्ञ डाक्टर विकास पंवर, विशेषज्ञ डाक्टर पुनीत शर्मा, शिमला चमियाना और डाक्टर रजनीश पठानिया की संयुक्त टीम ने टांडा अस्पताल में पहली सफल ओपन हार्ट सर्जरी की. इससे पहले ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा प्रदेश में केवल आईजीएमसी शिमला में ही उपलब्ध थी. 2005 में शिमला में पहली ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी और अब तक चार हजार से ज्यादा ओपन हार्ट सर्जरी की जा चुकी हैं. 


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8 से 10 करोड़ तक रहती है सर्जरी के उपकरणों की लागत
टांडा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भी 2019 से ओपन हार्ट सर्जरी के लिए प्रयासरत था. इसके इस्तेमाल में होने वाले उपकरणों को एकत्रित करने में प्रयास किया जा रहा था. हालांकि इसके उपकरणों की लागत 8 से 10 करोड़ तक रहती है. इस ओपन हार्ट सर्जरी से हिमाचल प्रदेश के सात जिलों चंबा, हमीरपुर, ऊना, मंडी, कुल्लू, बिलासपुर व प्रदेश के सबसे बड़े जनपद कांगड़ा के मरीजों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा, जिन्हें अभी तक ओपन हार्ट सर्जरी के लिए आईजीएमसी शिमला या अन्य राज्यों में जाना पड़ता था.


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सरकारी अस्पताल टांडा में ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा हिम केयर, आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध है. TMC के प्रिंसिपल डॉ. भानू अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके पास एक परफ्यूजनिस्ट के साथ सर्जन की सक्षम टीम है. इसके बावजूद IGMC की टीम ने यहां आकर अपनी अहम भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों तक यहां के स्टाफ को भी ट्रेंड कर दिया जाएगा ताकि भविष्य में TMC अपने बलबूते पर हार्ट सर्जरी कर सकेट. 


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