Panchvaktra Temple: महादेव के इस मंदिर ने दिलाई केदारनाथ आपदा की याद, जल प्रलय में भी नहीं डगमगाई नींव
Panchvaktra Temple Video: मंडी जिले का ऐतिहासिक पंचवक्त्र महादेव मंदिर का वीडियो तेजी से इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में जल प्रलय में भी ये मंदिर मजबूती के साथ खड़ा हैं. देखें वीडियो..
Panchvaktra Temple Video: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ से जलप्रलय जैसे हालात बन गए हैं. वहीं मंडी जिले के एक महादेव मंदिर की वीडियो तेजी से इंटरनेट पर वायरल हो रही है. जिसे देख हर किसी को केदारनाथ मंदिर की 10 साल पहले आई आपदा का मंजर याद आ रहा है. आप भी देखें वीडियो...
बता दें, ये वीडियो मंडी जिले का ऐतिहासिक पंचवक्त्र महादेव मंदिर का है. जो इस सैलाब के बीच में नजर आ रहा है. ब्यास नदी और सुकेती खड्ड के किनारे बने इस मंदिर की वीडियो ने हर किसी को केदारनाथ की याद दिला दी. ये मंदिर बिल्कुल केदारनाथ जैसा दिखता है.
आपको याद ही होगा, दस साल पहले जब मंदाकिनी ने रौद्र रूप धारण किया था, तब केदारनाथ मंदिर और नदी की धारा के बीच एक शिला आ गई थी और मंदिर बिल्कुल सुरक्षित था, वहीं अब हिमाचल में सैलाब के बीच एक बार फिर से से चमत्कार होता नजर आ रहा है. जहां एक ओर पुल, पहाड़ और बड़े-बड़े मकान धराशाई हो गए, वहीं पंचवक्त्र महादेव का मंदिर बिल्कुल स्थिर खड़ा है. जिसे देख हर कोई कह रहा है कि महादेव की कृपा है.
वहीं, हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी पहुंचे. वहां पहुंचने पर उन्होंने भारी बारिश के चलते उफान पर व्यास नदी से जलमग्न मंडी शहर का जायजा लिया. साथ ही वो व्यास नदी के बीच डूबे पंचवक्त्र मंदिर देखने के लिए पहुंचे. उन्होंने देखा कि पंचवक्त्र मंदिर व्यास नदी में आधे से ज्यादा डूब चुका है.
इस दौरान मीडिया से बातचीत कर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि संकट की घड़ी में लोगों को आम जरूरतों के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि भारी बारिश के चलते कई जगह पर लैंडस्लाइड हुए हैं, जिसके चलते यातायात प्रभावित है.
हिमाचल प्रदेश की पहली प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा पर्यटकों की सुरक्षा होनी चाहिए, इसके साथ ही जयराम ठाकुर ने कहा कि मैंने केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश मैं बढ़ रहे प्रकृति के प्रकोप के लिए सहायता की गुहार लगाई है, वहीं केंद्र सरकार ने चिंता जताते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य हेतु भेजने का आश्वासन दिया है अगर कहीं रेस्क्यू करने के लिए जरूरत पड़ती है तो चौपर भी भेजा हो जाएगा.
जानकारी के लिए बता दें, मंडी का प्रसिद्ध ऐतिहासिक पंचवक्त्र मंदिर 300 साल से ज्यादा पुराना है. इसे तत्कालीन राजा सिद्ध सेन ने बनवाया था. इस मंदिर में पंचमुखी शिव की प्रतिमा के कारण इस मदिंर का नाम पंचवक्त्र दिया गया है, जोकि गुमनाम मूर्तिकार की कला का बेजोड़ नमूना है. मंडी ही नहीं बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश में इस मंदिर की काफी मान्यता है. दूर-दूर से लोग इस मंदिर में अपनी मनोकामना के साथ दर्शन के लिए आते हैं.