पावंटा साहिब में महिलाओं ने आंगनबाड़ी केंद्र पर लगाए कीड़ों वाला राशन देने के आरोप, क्या है सच्चाई
Paonta Sahib News: पावंटा साहिब के भाटावाली में महिलाओं ने आरोप लगाया कि उन्हें आंगनबाड़ी केंद्र पर कीड़ों वाला राशन दिया जा रहा है. जिसे खाने से हर कोई बीमार हो रहा है.
Paonta Sahib: पावंटा साहिब के भाटावाली आंगनबाड़ी केंद्र में नौनिहालों और गर्भवती महिलाओं को कीड़ों वाला राशन खिलाने का मामला सामने आया है. ग्रामीण महिलाओं ने इस संबंध में आवाज उठाई तो मामला प्रकाश में आया. कीड़ों वाले चने और दलिया देख कर सब हैरान है. आरोप है कि घटिया किस्म का राशन खाकर बच्चे और महिलाएं बीमार हो रहे हैं.
चने में कीड़े, दलिये में कीड़े, घटिया क्वालिटी का रिफाइंड ऑयल और काली पड़ चुकी शक्कर, यह बात किसी स्टोर में खराब हुए राशन की नहीं है बल्कि छोटे बच्चों, नौनिहालों गर्भवती महिलाओं और प्रसूता महिलाओं को सरकार द्वारा वितरित किए जाने वाला राशन है.
पावंटा साहिब के भाटावाली आंगनबाड़ी के तहत यह तस्वीर सामने आई है. ग्रामीण महिलाओं का आरोप है कि आंगनबाड़ी केंद्र से उन्हें इस तरह का खराब राशन वितरित किया जा रहा है. बार-बार शिकायत करने पर भी व्यवस्था नहीं बदली जा रही है. ऐसे में नाराज महिलाएं मंगलवार को आंगनबाड़ी केंद्र पहुंची और वहां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को यह राशन दिखाया.
हालांकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और विभाग इस तरह का राशन वितरित करने से साफ मना कर दिया. लेकिन अगक ये आरोप सही है तो मामला बेहद गंभीर है. राशन में इतनी अधिक कीड़े हैं कि इन्हें इंसान तो दूर जानवर भी नहीं खाएंगे. ऐसे में महिलाओं का आरोप है कि यह राशन खाकर महिलाएं और बच्चे बीमार हो रहे हैं. आरोप है कि महिलाओं को निर्धारित मात्रा में राशन नहीं दिया जा रहा है और क्वालिटी बेहद खराब है. नाराज महिलाओं ने फिलहाल आंगनबाड़ी केंद्र में इसकी शिकायत की है. मगर महिलाओं ने मामले को उच्च स्तर पर उठाने का मन बनाया है.
उधर विभाग ने महिलाओं के आरोपी को सिरे से नकार दिया है. अधिकारियों का कहना है कि तस्वीरों में दिखाया जा रहा राशन आंगनबाड़ी केंद्र से वितरित किया हुआ राशन नहीं है. आंगनबाड़ी केंद्र से महिलाओं और बच्चों को साफ सुथरा राशन वितरित किया जा रहा है. सीडीपीओ पांवटा साहिब गीता सिंगटा ने बताया कि विभाग को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की आगामी जांच की जाएगी ताकि सच्चाई सामने आ सके.
रिपोर्ट- ज्ञान प्रकाश, पावंटा साहिब