Hamirpur News: बिजली बोर्ड से इंजीनियर के पद समाप्त करने और आउटसोर्स चालकों को बाहर निकलने को लेकर मट्टन सिद्ध क्षेत्र में जोरदार प्रदर्शन किया गया. बिजली बोर्ड कर्मचारी व अभियंता पेंशनर जॉइंट फ्रंट के आह्वान पर यह प्रदर्शन हुआ तथा इसमें काफी संख्या में कर्मचारी व पेंशनर मौजूद रहे.


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हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड से इंजीनियर के पद समाप्त करने तथा आउटसोर्स कर्मचारी को निकालने का मुद्दा सोमवार को हमीरपुर में गुंजा. गेट मीटिंग कर ज्वाइंट फ्रंट के अधिकारियों ने संबोधित किया. इस दौरान कहा गया कि बिजली बोर्ड के पेंशनर को ऑप्स की सुविधा सरकार की तरफ से नहीं दी जा रही है. 


प्रदेश सरकार से यह भी आग्रह किया गया कि बिजली बोर्ड में भी पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए. इस दौरान अधिकारियों ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकार और बिजली बोर्ड की तरफ से दिए जा रहे तर्क तथ्यहीन है.


बता दें, बिजली बोर्ड कर्मचारी व अभियंता पेंशनर जॉइंट फ्रंट के आह्वान हमीरपुर में मुख्य अभियंता विद्युत प्रणाली व मुख्या अभियंता परिचालन हमीरपुर जोन कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया गया. इसमें कर्मचारियों अभियंताओं व पेंशनरों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया. 


धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने प्रदेश सरकार व प्रबंधन से मांग की कि बिजली बोर्ड में सुधारों के नाम पर बनाई गई कैबिनेट सब कमेटी के सिफारिश के तहत 51 अभियार्ता के कार्यतमक पदों के साथ 81 आउट सोर्स ड्राइवरों के सेवायें समाप्त कर दी गई है, जो पिछले 10-12 वर्षों से अपनी सेवायें दे रहे हैं. इन खत्म किये गये पदों के साथ-साथ आउट सोर्स ड्राइवरों के सेवाएं भी बहाल की जाए. 


यह भी मांग की गई कि प्रदेश सरकार ‌द्वारा गठित कैबिनेट सब कमेटी द्वारा दी गई सिफारिशों पर पुन-विचार किया जाए. वर्ष 2010 में बिजली बोर्ड के पुनर्गठन के समय प्रदेश सरकार व कर्मचारी व अभियंता जॉइंट फ्रंट के मध्य हुए समझौते का पालन किया जाए व बिजली बोर्ड से कोई भी सम्पति किसी दूसरे उपक्रम को स्थानांतरित ना की जाए. 


रिपोर्ट- अरविंदर सिंह, हमीरपुर