टांडा में मिले देसी कट्टे व नशीली दवाइयों के पीछे बिश्नोई गैंग का हाथ! 2 लोग गिरफ्तार
Dharamshala: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में एक महीने पहले टांडा में मिले देसी कट्टे व नशीली दवाइयों के पीछे बिश्नोई गैंग का हाथ हो सकता है. जिसमें 2 लोग गिरफ्तार हुए हैं.
Dharamshala News: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में एक महीने पहले टांडा मेडिकल कॉलेज के निकटवर्ती क्षेत्र में पुलिस को मिले देसी कट्टे व नशीली दवाइयों के मामले में कांगड़ा पुलिस को बहुत बड़ी सफलता हाथ लगी है.
इस मामले को लेकर पुलिस ने 2 लोगों को हिरासत में लिया है. यह बात एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने वीरवार को धर्मशाला में पत्रकार वार्ता में कही. एसपी ने कहा कि दोनों लोग बिश्नोई गैंग से संबंधित हैं. पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए दोनों लोग गैंगस्टर बताए जा रहे हैं. दोनों ही लोग पंजाब व अन्य जगहों पर हुई विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं. इसमें हत्या से लेकर नशे के मामलों में भी दोनों शामिल रहे हैं. मुख्य आरोपी पंजाब का रहने वाला है.
एसपी कांगड़ा ने कहा कि पंजाब निवासी विनय भंडारी ने देसी कट्टे और नशीली दवाइयां ज्वालामुखी के उसके सहयोगी रोहित को दी थीं. शालिनी अग्निहोत्री ने कहा की मुख्य आरोपी विनय भंडारी ने पंजाब में किसी व्यक्ति के ऊपर फायरिंग की थी. जिसमें देसी कट्टा उसके हाथ में फटने के कारण विनय घायल हो गया. इस दौरान विनय ने अपना इलाज गढ़शंकर व अन्य कई जगहों पर करवाया.
घायल होने के चलते विनय भारी सामान उठाने में असमर्थ हो गया था जिसके चलते विनय ने देसी कट्टे व नशीली दवाइयों की बोरी ज्वालामुखी के अपने सहयोगी रोहित को शाहपुर में दे दी थी. आरोपियों द्वारा उक्त सामान को जब ले जाया जा रहा था तो टांडा मेडिकल कॉलेज के पास पुलिस का नाका लगने के चलते बैग को साथ में लगी झाड़ियों में फैंक दिया तथा मौके से फरार हो गए.
पुलिस द्वारा पकड़े गए दूसरे आरोपी का नाम रोहित है जो ज्वालामुखी का रहने वाला है. वह अमृतसर में अपने ससुराल में रहता था. रोहित जेल में पहले ही हत्या के मामले में सजा काट रहा है तथा पैरोल पर बाहर आया था. रोहित पर मादक पदार्थ नियम के संबंधित 7 और मामले भी चल रहे हैं.
एसपी ने कहा कि सारी घटना होने के बाद जब पुलिस इस मामले में जांच कर रही थी. तो पुलिस को इनपुट मिली कि एक व्यक्ति जो शाहपुर के एक होटल में ठहरा हुआ है तथा उसकी गतिविधियां ठीक नहीं हैं. इस पर पुलिस ने उस पर अपनी नजर रखी तथा उसकी गतिविधियां संदिग्ध लगीं. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच के दौरान रोहित को पकड़ा.
एसपी ने कहा कि विनय और रोहित एक जेल में आपस में मिले थे, जहां पर इनकी दोस्ती हुई और इन्होंने साथ में कई वारदातों में काम किया. पुलिस को मिली इस सफलता के चलते और भी मामले सुलझाने में मदद मिलेगी. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले टांडा मेडिकल कॉलेज के कुछ दूरी पर एक मंदिर के पास झाड़ियों में 3 देसी कट्टे, 40 राऊंड गोलियां, 2 चाकू व 5,250 नशे की गोलियां मिली थीं.